Shukra Pradosh Vrat 2024 Upay: हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह का अंतिम प्रदोष व्रत आज पड़ रहा है। हिंदू शास्त्रों के अनुसार, हर मास के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है। ऐसे ही फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को आज व्रत पड़ रहा है। इसके साथ ही शुक्रवार के दिन पड़ने के कारण शुक्र प्रदोष व्रत कहा जाएगा। शुक्र प्रदोष व्रत के दिन भगवान शंकर की विधिवत पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। आज के दिन भगवान शिव की विधिवत पूजा करने के साथ-साथ इन ज्योतिषीय उपायों को कर सकते हैं। इन उपायों को सूर्यास्त से पहले करने से सुख-समृद्धि, धन-संपदा की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं शुक्र प्रदोष व्रत पर कौन से उपाय करना होगा शुभ…
शुक्र प्रदोष व्रत 2024 शुभ मुहूर्त
फाल्गुन शुक्ल त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ: आज सुबह 04 बजकर 44 मिनट से शुरू
फाल्गुन शुक्ल त्रयोदशी तिथि का समापन: 23 मार्च को सुबह 07 बजकर 17 मिनट तक
शुक्र प्रदोष की पूजा का शुभ समय: शाम 06 बजकर 34 मिनट से रात 08 बजकर 55 मिनट तक
शुक्र प्रदोष व्रत उपाय
सुखी वैवाहिक जीवन के लिए
अगर दांपत्य जीवन में किसी न किसी कारण वाद-विवाद बना रहता है, तो इस खटास को कम करने के लिए प्रदोष व्रत के दिन शाम के समय पति-पत्नी मिलकर भगवान शिव को 11 लाल गुलाब के फूल लेकर 27 बार ऊँ नम: शिवाय: मंत्र का जाप करके अर्पित कर दें।
रोगों से मुक्ति के लिए
रोगों से मुक्ति के लिए सफेद चंदन में गंगाजल मिलाकर शिवलिंग में लगाएं। इससे आपको कई रोगों से मुक्ति मिल सकती है।
सुख- समृद्धि के लिए
प्रदोष व्रत पर भगवान शिव को जल के साथ बेलपत्र और आक का फूल अर्पित करें। ऐसा करने से घर परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
शनि महादशा
प्रदोष व्रत के दिन शिवलिंग में शमी पत्र और तिल अर्पित करें। ऐसा करने से शनि की महादशा का प्रभाव कम हो जाता है।
भाग्य चमकाने के लिए
शुक्र प्रदोष व्रत के दिन कुत्ते को रोटी और चीटी को चीनी खिलाएं। ऐसा करने से भाग्य जाग जाता है।
कोर्ट-कचहरी के मामलों के लिए
अगर आप किसी मुकदमे में फंसे है, तो प्रदोष व्रत के दिन धतूरे को भगवान को अर्पित करें। इससे लाभ मिलेगा।
डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।
