Shiv Puja: हिंदू धर्म में हर एक वार किसी न किसी देवी-देवता से संबंधित है। ऐसे ही देवों के देव महादेव यानी भोलेनाथ का दिन सोमवार को माना जाता है। इस दिन भगवान भोलेनाथ की विधिवत पूजा करने के साथ-साथ व्रत रखने का विधान है। मान्यता है कि इस दिन भोलेनाथ की विधिवत पूजा करने से व्यक्ति को हर तरह के दुखों से मुक्ति मिल जाती है और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। सोमवार के दिन अलावा आप चाहे तो रोजाना बस एक लोटा जल भगवान शिव को अर्पित कर सकते हैं। मान्यता है कि शिवलिंग पर जल चढ़ाने मात्र से वह अति प्रसन्न होते हैं और आपकी हर कामना को पूरा कर देते हैं। लेकिन जब बात आती है कि आखिर शिवलिंग पर जल चढ़ाने की सही विधि क्या है? तो आमतौर पर साधक जल लेता है और शिवलिंग के शीश में तेजी से चढ़ाने के साथ शिव मंत्र का जाप कर देता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कई बार आप गलत तरीके से भी शिवलिंग में जल चढ़ाते हैं? शिवपुराण के अनुसार, भगवान शिव पर एक लोटा जल सही तरीके से चढ़ाया जाएं, तो कभी भी आपसे रुष्ट नहीं होते हैं। आइए जानते हैं भगवान शिव को इन 5 तरह से जल चढ़ा सकते हैं।
शिवपुराण के अनुसार, जिस तरह पंचामृत पांच चीजों यानी दूध, दही, मेवें, घी और शहद से मिलकर बनता है। उसी तरह शिव जी को जल चढ़ाने के पांच प्रकार वर्णित है। इन पांच तरीकों से जल चढ़ाने से भोलेनाथ अति प्रसन्न होते हैं और हर दुख-दर्द हर लेते हैं।
शिवपुराण के अनुसार, घर के आसपास जो शिव मंदिर है। वहां प्रतिदिन एक लोटा जल चढ़ाएं। ऐसा करने से शिव जी अति प्रसन्न होते हैं और वह आपके ऊपर हमेशा अपना हाथ रखते हैं, जिससे वह आपको हर दुख-दर्द, चुनौती को पार करके मंजिल तक पहुंचाते हैं।

शिवलिंग पर जल चढ़ाने का पहला तरीका
एक लोटे में जल लेकर आएं और धीरे-धीरे उनके शीश में जल चढ़ाएं। इससे भी बाबा अति प्रसन्न होते हैं।
शिवलिंग पर जल चढ़ाने का दूसरा तरीका
उत्तर दिशा की ओर मुख करके एक लोटा जल शिवलिंग में चढ़ाएं। उत्तर दिशा में जलहरी होता है। इस दिशा में जल चढ़ाने से रोग-दोष से मुक्ति मिल जाती है।
शिवलिंग पर जल चढ़ाने का तीसरा तरीका
अशोक सुंदरी वाले स्थान से जल चढ़ाना शुरू करें और शिवलिंग के शीश तक चढ़ाएं। ऐसा करने से आपको हर क्षेत्र में सफलता हासिल होने के साथ परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
शिवलिंग पर जल चढ़ाने का चौथा तरीका
मनोकामना पूरी करने के लिए एक लोटा जल लें। सबसे पहले गणेश जी, कार्तिकेय जी, अशोकसुंदरी, जलाधारी में चढ़ाने के साथ शिवलिंग के कटी भाग में पूरा गोल घुमाते हुए जल चढ़ाने के बाद शीश में चढ़ाएं।
शिवलिंग पर जल चढ़ाने का पांचवा तरीका
ऊपर जो जलाधारी है वहां से लेकर शंकर भगवान के शिवलिंग तक जल चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने से सुख-समृद्धि, धन-संपदा की प्राप्ति होती है।