Shardiya Navratri 2022 Bhog: शक्ति साधना के सबसे महत्वपूर्ण पर्व शारदीय नवरात्रि की शुरुआत जल्द ही होने वाली है। इस साल शारदीय नवरात्रि 26 सितंबर से शुरू होकर 05 अक्टूबर तक चलेगी। नवरात्रि के ये नौ दिन धार्मिक दृष्टि से बेहद ही शुभ माने गए हैं। इन नौ दिनों तक मां दुर्गा के भक्त व्रत रखते हैं और मां अंबे की आराधना और मंत्रों का जाप करते हैं।
नवरात्रि के ये पावन दिन माता रानी के अलग-अलग स्वरूपों को समर्पित हैं। यानी हर दिन अलग-अलग देवी की पूजा की जाती है। पूजा के साथ ही नवरात्रि के हर दिन मां दुर्गा को उनकी पसंद का भोग लगाने से माता रानी की विशेष कृपा प्राप्त की जा सकती है। जनसत्ता डॉट कॉम से खास बातचीत में दिल्ली के न्यूमेरोलॉजिस्ट सिद्धार्थ एस कुमार ने नवरात्रि में माता रानी के अलग-अलग भोग के बारे में विस्तार से बताया है। तो चलिए जानते हैं नवरात्रि में किस दिन क्या भोग लगाना चाहिए-
नवरात्रि के नौ दिनों तक माता रानी के नौ भोग
पहला दिन – नवरात्रि के पहले दिन पर्वतराज हिमालय की पुत्री शैलपुत्री की पूजा की जाती है। मान्यता है कि मां दुर्गा के इस स्वरूप को गाय के घी का भोग लगाना चाहिए। इससे मां प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों को हर संकट से बचाती हैं।
दूसरा दिन – नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा का विधान है। मां ब्रह्मचारिणी को शक्कर और पंचामृत का भोग लगाना चाहिए। मां को इसका भोग लगाने से दीर्घायु होने का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
तीसरा दिन – नवरात्रि के तीसरे दिन चंद्रघंटा देवी की पूजा की जाती है। मां चंद्रघंटा को दूध या फिर मावे से बनी मिठाई का भोग लगाना चाहिए। इससे मां प्रसन्न होती हैं।
चौथा दिन – नवरात्रि के चौथे दिन मां कुष्मांडा की पूजा की जाती है। मां कुष्मांडा को मालपुए का भोग लगाने से मां प्रसन्न होती हैं और सभी इच्छाओं की पूर्ति होती है।
पांचवां दिन – पांचवें दिन मां दुर्गा के पांचवें स्वरूप स्कंदमाता की पूजा की जाती है। स्कंदमाता को केले का भोग लगाना चाहिए। इससे मां का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
छठा दिन – छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा का विधान है। मां कात्यायनी को यदि मीठे पान का भोग लगाना चाहिए। मीठा पान मां को अर्पित करने से जातक का सौंदर्य बढ़ता है। साथ ही घर में सकारात्मक माहौल बना रहता है।
सातवां दिन – सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा की जाती है। मां कालरात्रि देवी को गुड़ या गुड़ से बनी चीजों का भोग लगाना चाहिए।
आठवां दिन – आठवां मां महागौरी की उपासना के लिए समर्पित है। इस दिन मां को नारियल का भोग लगाना चाहिए। ऐसा करने से मन की हर इच्छा पूरी होती है।
नौवां दिन – नवरात्रि का नौवां दिन मां सिद्धिदात्री की उपासना से साथ समाप्त होता है। इस दिन माता रानी को हलवा पूरी और चने का भोग लगाया जाता है। साथ ही इस दिन नौ कन्याओं को घर बुलाकर उन्हें भोजन कराया जाता है। ऐसा करने से मां प्रसन्न होकर सुख-समृद्धि और खुशहाली का आशीर्वाद देती हैं।