Shani Rashi Parivartan 2022, Shani Vakri 2022: शनि 2022 में अपनी राशि बदलने जा रहे हैं। इस समय ये मकर राशि में विराजमान हैं। 29 अप्रैल 2022 से ये कुंभ राशि में गोचर करने लगेंगे। फिर कुछ ही दिनों में वक्री भी हो जायेंगे। शनि 5 जून 2022 से 23 अक्टूबर 2022 तक वक्री रहेंगे। वक्री चाल में शनि 12 जुलाई 2022 को मकर राशि में दोबारा से प्रवेश कर जायेंगे और 17 जनवरी 2023 तक इस राशि में विराजमान रहेंगे। जानिए वक्री शनि की किन राशियों पर रहेगी नजर।
2022 में शनि के वक्री होने के दौरान 5 जून से 12 जुलाई तक मकर, कुंभ और मीन वालों पर शनि साढ़े साती रहेगी तो वहीं कर्क और वृश्चिक वालों पर शनि ढैय्या। इसलिए इस दौरान इन 5 राशियों की मुश्किलें बढ़ने के आसार हैं। ज्योतिष अनुसार शनि के वक्री होने पर शनि से पीड़ित राशि वालों के कष्ट और अधिक बढ़ जाते हैं। 12 जुलाई 2022 से शनि मकर राशि में गोचर करने लगेंगे। इस दौरान धनु, मकर और कुंभ वालों पर शनि साढ़े साती रहेगी तो मिथुन और तुला वालों पर शनि ढैय्या। इसलिए 12 जुलाई से लेकर 23 अक्टूबर तक समय इन राशि वालों के लिए मुश्किल भरा साबित हो सकता है। क्योंकि इस दौरान शनि वक्री रहेंगे।
वर्तमान में शनि मकर राशि में गोचर कर रहे हैं। इस समय धनु, मकर और कुंभ वालों पर शनि साढ़े साती चल रही है तो मिथुन और तुला वालों पर शनि ढैय्या। 2021 में शनि का राशि परिवर्तन नहीं हुआ है। ज्योतिष अनुसार शनि को अपनी राशि बदलने में करीब ढाई साल का समय लगता है। इस तरह से इस ग्रह का राशि चक्र करीब 30 साल में पूरा होता है। शनि का प्रभाव किसी भी राशि पर लंबे समय तक रहता है। (यह भी पढ़ें- ज्योतिष अनुसार इन तीन नाम वाले लड़कों की तरफ सबसे ज्यादा आकर्षित होती हैं लड़कियां)
शनि साढ़े साती या शनि ढैय्या हमेशा बुरी ही हो ऐसा नहीं है। ज्योतिष अनुसार जिन लोगों की कुंडली में शनि की स्थिति अच्छी होती है उनके लिए शनि की दशा शुभ परिणाम देने वाली साबित होती है। (यह भी पढ़ें- साल 2022 में शनि की क्या रहेगी स्थिति? किस राशि पर चलेगी शनि ढैय्या तो किस पर शनि साढ़े साती)