Shani Vakri 2024: कर्मफलदाता शनि करीब एक राशि में ढाई साल तक रहते हैं। इस समय वह अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में विराजमान है और जून तक इसी राशि में रहने वाले हैं। इस दौरान शनि अपनी स्थिति में कुछ न कुछ बदलाव करते रहेंगे। बता दें कि 29 जून को रात 11 बजकर 40 मिनट पर कुंभ राशि में ही वक्री यानी उल्टी चाल से चलने लगेंगे। वह उस अवस्था में करीब 5 माह रहेंगे और 15 नवंबर को मार्गी हो जाएंगे। शनि को क्रूर ग्रहों में से एक माना जाता है, क्योंकि यह जातक को उनके कर्मों के हिसाब से फल देते हैं। इतना ही नहीं शनि एकलौता ऐसा ग्रह है जिसके पास साढ़े साती और ढैय्या का हक है। ऐसे में हर एक व्यक्ति को जीवन में कभी न कभी शनि की साढ़े साती, ढैय्या या फिर टेढ़ी दृष्टि का सामना करना पड़ता है। शनि के वक्री होने से कुछ राशियों को खूब लाभ मिलेगा, तो कुछ राशि के जातकों को संभलकर रहने की जरूरत है। जानें शनि के वक्री होने से कन राशियों को संभलकर रहने की जरूरत है…

मेष राशि (Mesh Zodiac)

इस राशि में शनि की तीसरी दृष्टि पड़ रही है। ऐसे में आपको संभलकर रहने की जरूरत है। नौकरीपेशा लोगों को कार्यस्थल में थोड़ा संभलकर रहने की जरूरत है। इस राशि के जातकों को स्वास्थ्य को लेकर थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत है। शारीरिक तनाव के साथ मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है। अगले 5 माह इन राशियों के जीवन में कई तरह की मुश्किलें उत्पन्न कर सकते हैं। इसलिए थोड़ा संभलकर रहने की जरूरत है। बिजनेस में किसी भी प्रकार का निवेश करने से पहले घर के किसी बड़े से जरूर बातचीत करें।

कन्या राशि (Kanya Zodiac)

 इस राशि में भी शनि की तीसरी दृष्टि पड़ रही है। ऐसे में इस राशि के जातकों के जीवन में भी कई तरह की मुश्किलें पैदा हो सकती है। परिवार के साथ किसी बात को लेकर अनबन हो सकता है। इसके साथ ही बिजनेस में निवेश करना हानिकारक साबित हो सकता है।  परिवार में किसी बात को लेकर अनबन हो सकती है। बेकार के गुस्से को कंट्रोल करने की कोशिश करें। इससे आपकी ही हानि हो सकती है। स्वास्थ्य को लेकर भी थोड़ा चिंतित रहेंगे।

शनि की साढ़े साती (Shani Sade Sati Makar, Kumbha, Meen Zodiac)

बता दें कि मकर, कुंभ और मीन राशि में शनि की साढ़े साती चल रही है। ऐसे में शनि के वक्री होने से इन राशियों के जीवन में भी परेशानी उत्पन्न हो सकती है। हर काम में रुकावटें उत्पन्न हो सकती है। खुद से ज्यादा किसी पर विश्वास न करें, क्योंकि कोई आपका करीबी आपको धोखा दे सकता है। मन में तरह-तरह का विचार आ सकते हैं। बेकार के तनाव से आप थोड़े से चिड़चिड़े प्रवृत्ति हो सकते हैं। कुंभ राशि में शनि साढ़े साती का आखिरी चरण चल रहा है और इसमें स्वयं शनि विराजमान है। ऐसे में इस राशि के जातकों के जीवन में नकारात्मक प्रभाव काफी कम पड़ने वाला है।

शनि की ढैय्या (Shani Ki Dhaiya)

इस समय शनि की ढैय्या कर्क और वृश्चिक राशि में चल रही है। ऐसे में इन दोनों की राशियों को सतर्क रहने की जरूरत है। खासकर कार्यस्थल पर। बेकार का गुस्सा करने से बचें। इससे आपको ही हानि हो सकती है। मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही आपकी गुस्सैल प्रवृत्ति के कारण घर का माहौल भी खराब हो सकता है। इसलिए परिवार के साथ अधिक समय बिताएं। बेकार के खर्च से परेशान रह सकते हैं। ऐसे में कर्ज तक लेने की नौबत आ सकती है। जीवन में कोई न कोई समस्या आ सकती है। इसके अलावा स्वास्थ्य को लेकर थोड़ा सजग रहें।

FAQ’s

शनि 29 जून 2024 की रात 11 बजकर 40 मिनट पर कुंभ में वक्री होने जा रहे हैं और 15 नवंबर तक इसी स्थिति में रहेंगे।

शनि 15 नवंबर,2024 तक कुंभ राशि में वक्री अवस्था में ही रहेंगे। इसके बाद मार्गी हो जाएंगे।

शनि 29 मार्च 2025 को रात 11 बजकर 1 मिनट पर गुरु की राशि मीन पाशि में प्रवेश करेंगे।

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