Shani Parvat In Hand: वैदिक ज्योतिष में नवग्रह का वर्णन मिलता है। वहीं इन नवग्रहों का स्थान व्यक्ति के हाथ में होता है। आपको बता दें कि हाथ में सूर्य, शनि और शुक्र पर्वत मुख्यतय होते हैं। यहां हम बात करने जा रहे हैं शनि पर्वत के बारे में, अगर हथेली में शनि रेखा पर्वत विकसित और प्रबल होता है, तो व्यक्ति को बहुत कम मेहनत में भी बड़ी सफलता हाथ लग जाती है। साथ ही शनि देव का आशीर्वाद बना रहता है। व्यक्ति जीवन में बहुत धनी होता है। आइए, जानते हैं हथेली में कहां होता है शनि पर्वत और रेखा और इसके होने से व्यक्ति को क्या-क्या लाभ मिलता है?
कहां होता है शनि पर्वत?
हाथ में शनि पर्वत हथेली के बीचोंबीच, मध्यमा उंगली (बीच वाली उंगली) के ठीक नीचे स्थित होता है; यह स्थान व्यक्ति के कर्म, भाग्य और जीवन के उतार-चढ़ावों को दर्शाता है।
दूरदर्शी और व्यवहारिक होते हैं
अगर शनि पर्वत का झुकाव गुरु पर्वत की तरफ हो, तो यह बेहद शुभ माना जाता है। ऐसे लोग लोकप्रिय होते हैं और समाज में खूब मान-सम्मान हासिल करते हैं। इन्हें समाज के लोग बहुत श्रेष्ठ समझते हैं। साथ ही लोग दूरदर्शी और व्यवहारिक होते हैं। वहीं ये लोग मेहनती और कर्मठ भी होते हैं। ये लोग जमीन से उठकर अमीर बनते हैं। ये लोग उम्र बढ़ने के साथ-साथ रहस्यवादी बनते जाते हैं।
एकांत में रहना करते हैं पसंद
हस्तरेखा शास्त्र अनुसार जिन लोगों के हाथ में शनि पर्वत पूर्ण विकसित और उभरा हुआ हो ये लोग बिजनेस करने में भी माहिर होते हैं और ये लोग व्यापार में जोखिम उठाने से भी नहीं घबराते हैं। ये लोग शांति और एकांत में रहना पसंद करते हैं और अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ते रहते हैं।
35 की उम्र के बाद चमकती है किस्मत
अगर शनि पर्वत पर खूब सारी रेखाएंं हो तो ऐसे लोग 35 की उम्र के बाद खूब धन कमाते हैं। मतलब इन लोगों की 35 साल के बाद किस्मत चमकती है। साथ ही धन- दौलत की प्राप्ति होती है। अगर हथेली में शनि पर्वत और बुध पर्वत दोनों पूरी तरह विकसित हों, तो ऐसे लोग व्यापारी या सफल वैद्य बन सकते हैं।
