Shani Dev Vakri In Kumbh: कर्मफल दाता शनि करीब ढाई तक एक ही राशि में विराजमान रहते हैं। ऐसे में उन्हें एक राशि में दोबारा आने में करीब 30 साल का वक्त लग जाता है। वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस समय शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में विराजमान है और साल 2025 तक इसी राशि में रहने वाले हैं। लेकिन इस अवधि में शनि वक्री होने के साथ अस्त और उदय होंगे। ऐसे ही शनि 29 जून को रात 11 बजकर 40 मिनट पर कुंभ राशि में वक्री होने वाले हैं। शनि के उल्टी चाल चलने से कुछ राशि के जातकों को लाभ मिलेगा, तो कुछ राशियों को संभलकर रहने की जरूरत है। आइए जानते हैं शनि के वक्री होने से किन राशियों के जीवन में पड़ सकता है नकारात्मक प्रभाव…
मेष राशि (Mesh Zodiac)
इस राशि में शनि लाभ भाव यानी ग्यारहवें भाव में वक्री होने वाले हैं। शनि के वक्री होने से इस राशि के जातकों के करियर के साथ-साथ आर्थिक स्थिति पर बुरा असर पड़ सकता है। छोटे से छोटे काम के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। जिन लोगों को बिजनेस है उन्हें भी थोड़ा अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। बिजनेस चलाने में थोड़ी कठिनाइयां उत्पन्न हो सकती है। आर्थिक स्थिति पर भी बुरा असर पड़ेगा। इसके साथ ही कर्ज तक लेने के नौबत आ सकती है। स्वास्थ्य को लेकर थोड़ा सजग रहें।
सिंह राशि (Leo Zodiac)
इस राशि में शनि सातवें भाव में वक्री होने वाले हैं। ऐसे में इस राशि के जातकों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। बिजनेस में कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है। आर्थिक स्थिति की बात करें, तो अच्छे परिणाम नहीं मिलने वाले हैं। बेकार के खर्चों से परेशान रह सकते हैं। इसके साथ ही जिम्मेदारियों के बोझ में दब सकते हैं। नौकरीपेशा लोगों को भी थोड़ा संभलकर रहने की जरूरत है। रिश्तों में भी खटास आ सकती है। दांपत्य जीवन नें उतार-चढ़ावों का सामना कना पड़ सकता है।
कन्या राशि (Kanya Zodiac)
इस राशि में शनि छठे भाव में वक्री होने वाले हैं। ऐसे में इस राशि के जातकों के लिए अगले 139 दिन अच्छे साबित नहीं होंगे। छोटे से काम के लिए भी अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। कोर्ट-कचहरी के मामलों में परेशान हो सकते है। कानूनी मामलों में थोड़ी देरी देखने को मिल सकती है। इसके साथ ही शत्रु आपके ऊपर हावी हो सकता है। स्वास्थ्य को लेकर थोड़ा सजग रहने की जरूरत है। मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है। बेकार की परेशानियों पर उलझ सकते हैं। इसलिए थोड़ा संभलकर रहने की जरूरत है। आर्थिक स्थिति पर भी बुरा असर पड़ेगा।
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