सावन माह भगवान शिव का प्रिय महीना माना जाता है। इस महीने में शिवभक्त अपने देवता को खुश करने की पूरी कोशिश करते हैं। शिवजी की कृपा पाने के लिए श्रद्धालू सावन के महीने में व्रत करते हैं और उनकी नियमित पूजा करते हैं। लेकिन यहां एक बात गौर करने वाली यह भी है कि इस महीने में लक्ष्मी जी को भी खुश करना जरूरी होता है। वैसे तो लक्ष्मी जी की पूजा का सबसे बड़ा पर्व दीपावली होता है, लेकिन सावन के महीने में अगर इन्हें झूले में बैठाकर नहीं झुलाएं, गीत गाकर या मंत्र जाप-पूजा से प्रसन्न नहीं किया तो समझिए वह रूठ भी सकती हैं। अगर लक्ष्मी आपसे रूठ जाती हैं तो आपके लिए यह अच्छा नहीं होगा। लक्ष्मी जी धन, सम्पदा, वैभव की दात्री देवी हैं।
सावन के महीने में लक्ष्मी को खुश करने से आपके घर में खुशी आएगी। इसके लिए आप लक्ष्मी जी की पूजा कर सकते हैं और उन्हें झूले में बैठाकर झुला सकते हैं। लेकिन आपकी थोड़ी सी भी लापरवाही आपकी तिजोरी के लिए अशुभ संकेत हो सकते हैं। इसलिए सावन के महीने यह पूरी कोशिश होनी चाहिए कि कहीं लक्ष्मी जी रूठ ना जाएं। इसके लिए कई मंदिरों में सावन महीने में झूले डाले जाते हैं।
सावन का महीना 7 अगस्त को खत्म हो रहा है। यह महीना भगवान शिव का होता है। शिव जी को खुश करने के लिए श्रद्धालू कावड़ लाते हैं और शिव की भक्ति करते हैं। इस महीने में श्रद्धालू शिवलिंग की पूजा करते हैं। कहा जाता है कि सावन के महीने में भगवान शिवजी सृष्टि पर राज करते हैं। क्योंकि भगवान विष्णु इस महीने में पाताल लोक में चले जाते हैं।
बता दें, शास्त्रों में 18 महापुराणों के बारे में बताया गया है। सभी महापुराणों में शिव महापुराण को सर्वोपरि बताया गया है। शिवमहापुराण में सभी महापुराणों के बारे में जानकारी दी गई है। कहा जाता है कि इस महापुराण का पाठ करने से सभी पापों का अंत हो जाता है। शिव महापुराण में कई ऐसे उपायों के बारे में बताया गया है, जिन्हें करने से व्यक्ति कभी गरीब नहीं होता। कहा जाता है कि अगर शिव महापुराण के इन उपायों को पूरी आस्था और विश्वास के किया जाए तो भगवान शिवजी खुश होते हैं।