Shri Hit Premanand Govind Sharan Ji Maharaj: आज कल प्रेमानंद महाराज जी से वीडिया सोशल मीडिया पर जबरदस्त ट्रेंड कर रहे हैं। जिसमें महाराज जी के भक्तों के जिज्ञासु प्रश्नों के उत्तर देते हुए नजर आ रहे हैं। आपको बता दें कि प्रेमानंद महाराज जी सत्संग के माध्यम से लोगों का मार्गदर्शन करते हैं और जीवन जीने की कला सिखाते हैं। साथ ही महाराज जी राधा रानी को अपनी इष्ट मानते हैं। महाराज जी के सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोअर हैं और उनके सत्संग में कई सिलिब्रिटी पहुंचे हैं। जिसमें अनुष्का शर्मा, विराट कोहली और आसएसएस प्रमुख मोहन भागवत का नाम शामिल है। आपको बता दें कि महाराज जी वृंदावन के केलीकुंज नाम के स्थान पर रहते हैं। वहीं महाराज जी रोज सुबह भ्रमण के लिए निकलते हैं। साथ ही लोग दूर से प्रणाम करते हैं और महाराज जी आशीर्वाद देते हैं। वहीं प्रेमानंद महाराज भक्तों को नाम जप करने की सलाह देते हैं। महाराज जी वृंदावन से बाहर नहीं जाते हैं।
आपको बता दें कि महाराज जी का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक भक्त उनसे पूछ रहा है कि कोई व्यक्ति बहुत पाप कर रहा है और भी वह दिन पर दिन अमीर होता जा रहा है और सब सुख आनंद भोग रहा है, जिस पर महाराज जी उत्तर दे रहे हैं कि जो व्यक्ति पाप कर रहा है और फिर भी वह सुखी है और जीवन के सभी आनंद भोग रहा है, इसका कारण यह है कि उसके पिछले पुण्य चल रहे हैं। वहीं जिस दिन पुण्य का प्रताप खत्म हुआ तो ये पाप कर्म और पूर्व पाप कर्म मिले तो जीवन उसका नष्ट हो जाएगा।
वहीं महाराज जी आगे कहा कि ऐसे ही भक्त का, जैसे कोई भक्त ने भक्ति शुरू की और फिर उसको कदम- कदम पर विपत्तियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन आपको यह सहना चाहिए। क्योंकि जब एक दिन नवीन भक्ती का फल और पुराना पुण्य जब लागू होगा तो फिर जीवन मंगलमय हो जाएगा। साथ ही हर तरफ आपकी जय- जयकार होगी।
जानिए कौन हैं संत श्री हित प्रेमानंद गोविंद शरण महाराज
संत श्री हित प्रेमानंद महाराज का मूल नाम अनिरुद्ध कुमार पांडे है। वहीं आपको बता दें कि महाराज जी कानपुर जिले के सरसौल ब्लॉक के अखरी गांव के रहने वाले हैं। उनके पिता का नाम शंभू पांडेय है, माता का नाम राम देवी हैं। वहीं महाराज जी के गुरु जी का नाम श्री गौरंगी शरण जी महाराज है। वहीं प्रेमानंद जी महाराज बताते हैं कि, जब वे 5वीं कक्षा में थे, तभी से गीता का पाठ शुरू कर दिया था और वह छोटी सी उम्र में ही काशी में जाकर रहने लगे थे।