Vastu Tips: अपने घर को साफ-सुथरा रखना हर किसी को पसंद होता है। लेकिन वास्तु के अनुसार हर किसी चीज को जगह पर सजाकर रखना सबको नहीं आता है। इसकी वजह से वास्तु दोष भी होता है। घर की वस्तुएं जैसे डाइनिंग टेबल, सोफा, भगवान की मूर्तियां, तस्वीरें किधर और कैसे रखी जाएं, इसका ध्यान रखना बहुत जरूरी है। अन्यथा वास्तुदोष का प्रभाव पड़ता है और घर की सुख-शांति प्रभावित होती है। वास्तु दोष के कारण घर में नकारात्मक ऊर्जा भी प्रवेश कर जाती है जिससे घर के लोगों में लड़ाई-झगड़े होने लगते हैं। इसके अलावा, ये आर्थिक व शारीरिक समस्याएं भी लेकर आती हैं। पिछले हफ्ते ही सावन माह की शुरुआत हुई है, ये महीना हिंदू धर्म के लोगों के लिए बहुत ही पावन और शुभ माना जाता है। ऐसे में अगर आप इस दौरान ये वास्तु उपाय करते हैं, तो जिंदगी में खुशहाली आने की संभावना बढ़ जाती है।
इस दिशा में लगाएं बिल्व का पेड़: ज्योतिषाचार्यों के अनुसार घर की पूर्व या उत्तर-पश्चिम दिशा यानि कि वायव्य कोण में बिल्व का पेड़ लगाना चाहिए। साथ ही, नियमित रूप से इस पेड़ में जल चढ़ाना चाहिए और शाम के समय पेड़ के नीचे घी का दीपक जलाना चाहिए। वास्तु शास्त्र की मानें तो इससे भगवान शिव की कृपा दृष्टि पूरे परिवार पर बनी रहती है।
भगवान शिव के परिवार की लगाएं तस्वीर: माना जाता है कि उत्तर-पूर्व दिशा में ही भगवान विराजमान होते हैं। ऐसे में घर की इस दिशा में भगवान शिव के साथ माता पार्वती, भगवान कार्तिकेय और श्री गणेश की एक साथ तस्वीर लगाने से घर में सुख-शांति आती है। वास्तु के मुताबिक ऐसा करने से घर में पॉजिटिव एनर्जी का संचार होता है, साथ ही लोगों के विचार भी बेहतर होते जाते हैं। इसके अलावा, तुलसीदास जी द्वारा रचित श्री रुद्राष्टकम का पाठ करने से भी घर में समृद्धि आती है।
गंगाजल का ऐसे करें छिड़काव: अगर आपके घर में वास्तु दोष है तो घर में नियमित गंगाजल छिड़कने को महत्वपूर्ण मानते हैं ज्योतिषाचार्य। उनके अनुसार कुछ-कुछ दिनों के अंतराल पर गंगाजल का छिड़काव आपकी परेशानियों को दूर कर सकता है। वास्तु शास्त्र में भी इस बात का उल्लेख है कि नियमित इस अभ्यास को करने से घर में सकारात्मकता प्रवेश करती है। वहीं, अगर परिवार के सदस्यों में किसी बात को लेकर मनमुटाव या कलह हो रहा हो तो हर रोज सुबह घर के हर कोने में गंगाजल छिड़कें। माना जाता है कि ऐसा करने से घर में मौजूद नेगेटिव एनर्जी गायब हो जाती है।
