Navpancham Rajyog 2025: भाई-बहन के प्रेम, विश्वास और सुरक्षा का प्रतीक रक्षाबंधन का पर्व इस साल 9 अगस्त को मनाया जा रहा है। इस दिन कई शुभ योगों का निर्माण हो रहा है। इन्हीं योगों में से एक नवपंचम राजयोग का भी निर्माण होने वाला है, जो शनि और मंगल के संयोग से बनने वाला है। ज्योतिष शास्त्र में शनि की स्थिति और इनकी दृष्टियां बहुत ही महत्वपूर्ण होती हैं, क्योंकि शनि बहुत ही मंद गति से गतिमान होते हैं। ऐसे में वह एक राशि में करीब ढाई वर्ष तक रहते हैं। शनि देव की महादशा, अंतर्दशा या साढ़ेसाती या ढैया की स्थिति आने पर कई तरह के दुखों और कष्टों को सहन करना पड़ता है। वहीं अगर कुंडली में शनि अच्छे हुए, तो शुभ प्रभावों से व्यक्ति के सभी कष्ट भी दूर हो जाते हैं और अकूत धन-संपदा की प्राप्ति होती है। शनि रंक से राजा बना देते हैं। शनि इस समय मीन राशि में वक्री अवस्था में विराजमान है। ऐसे में वह किसी न किसी ग्रह के साथ युति करते रहेंगे, जिससे शुभ-अशुभ योगों का निर्माण होता रहेगा। ऐसे में 9 अगस्त को शनि मंगल के साथ संयोग करके नवपंचम राजयोग का निर्माम करने वाले हैं, जिससे इन तीन राशियों को बंपर लाभ मिल सकता है। आइए जानते हैं इन लकी राशियों के बारे में…
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, 9 अगस्त को सुबह 12 बजकर 10 मिनट पर मंगल और अरुण एक-दूसरे से 120 डिग्री पर होंगे, जिससे नवपंचम राजयोग का निर्माण होगा। इसके साथ ही मंगल सुबह 8 बजकर 18 मिनट पर मंगल और शनि एक-दूसरे से 180 डिग्री पर होंगे, जिससे प्रतियुति हो रही है। ऐसे में कुछ राशि के जातकों को काफी लाभ मिल सकता है।
मेष राशि (Aries Zodiac)
इस राशि के जातकों के लिए शनि, अरुण और मंगल का नवपंचम एवं प्रतियुति राजयोग बनना अत्यंत अनुकूल सिद्ध हो सकता है। इस समय इस राशि में शनि साढ़े साती का पहला चरण चल रहा है। इसके साथ ही शनि के वक्री होने से इस राशि पर दुष्प्रभाव थोड़े काम हो सकते हैं। ऐसे में इस राशि के जातकों को कई क्षेत्रों में अपार सफलता हासिल हो सकती है। जीवन में लंबे समय से चली आ रही परेशानियां धीरे-धीरे समाप्त होने लगेंगी। अनावश्यक खर्चों में भी कमी आएगी। नौकरीपेशा जातकों के लिए ये अवधि काफी लाभकारी हो सकती है। स्वास्थ्य की दृष्टि से यह समय संतुलित और सकारात्मक रहेगा। पारिवारिक वातावरण में सुधार होगा तथा पुराने मतभेद दूर होने की संभावना है। विदेश से संबंधित कार्यों अथवा अवसरों में लाभ प्राप्त हो सकता है। कुल मिलाकर जीवन में नकारात्मकता कम होगी और मानसिक शांति की अनुभूति होगी।
मीन राशि (Pisces Zodiac)
इस राशि के जातकों के लिए मंगल-अरुण का नवपंचम और शनि -मंगल का प्रतियुति योग काफी अनुकूल हो सकता है। इस राशि में शनि साढ़े साती का दूसरा चरण चल रहा है। हालांकि रक्षाबंधन के समय शनि वक्री अवस्था में रहेंगे, जिससे इसके नकारात्मक प्रभावों में कुछ कमी आने की संभावना है। इस अवधि में आपकी मेहनत बेकार नहीं जाएगी। आपको अपने कार्यों का उचित और सकारात्मक फल मिल सकता है। व्यापार, धन-संपत्ति, नौकरी, परिवार, और बच्चों की शिक्षा से जुड़े क्षेत्रों में लाभ की स्थिति बनेगी। जिन निर्णयों को आप अब तक लेने में असमर्थ थे, वे निर्णय अब आप साहस और आत्मविश्वास के साथ ले पाएंगे। शनि लग्न भाव को मज़बूत करेंगे, जिससे आपके व्यक्तित्व में दृढ़ता, स्थिरता और आत्मबल की वृद्धि होगी। साथ ही, सोशल मीडिया या डिजिटल माध्यमों से विदेशों से जुड़े व्यवसायिक कार्यों में सफलता मिलने के योग बनेंगे। यह समय मीन राशि वालों के लिए संतुलन, लाभ और मानसिक स्पष्टता लेकर आएगा।
वृश्चिक राशि (Scorpio Ziodiac)
इस राशि के जातकों के लिए शनि-मंगल और मंगल-अरुण का संयोग काफी लाभकारी हो सकता है। इस राशि के जातकों के लंबे समय से चली आ रही परेशानी दूर हो सकती है। इसके साथ ही जीवन में खुशियों की दस्तक हो सकती है। जीवन में खुशियों की दस्तक हो सकती है। व्यापार के क्षेत्र में भी काफी लाभ मिल सकता है। भाई-बहनों के साथ अच्छा संबंध बनेंगे। आप लोग साथ में काफी अच्छा समय बीता सकते हैं। लंबे समय से रुके काम एक बार फिर से आरंभ हो सकते हैं। नए मित्र बनेंगे। नौकरीपेशा जातकों को भी काफी हद तक लाभ मिल सकता है। शनि मंगल दोनों के प्रभाव को देखते हुए मन शांत रहेगा और मानसिक तनाव से थोड़ी मुक्ति मिल सकती है।
अगस्त माह में सूर्य, बुध और शुक्र राशि परिवर्तन करने वाले हैं, जिससे गजलक्ष्मी, लक्ष्मी नारायण, बुधादित्य, गजकेसरी जैसे कई राजयोगों का निर्माण हो रहा है। ऐसे में 12 राशियों के जीवन में किसी न किसी तरह से प्रभाव अवश्य देखने को मिल सकता है। जानें अगस्त माह 12 राशियों के लिए कैसा होगा। जानें मासिक राशिफल
डिसक्लेमर- इस लेख को विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।
