Rambha Tritiya 2023: हिंदू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के दिन रंभा तृतीया का व्रत रखा जाता है। इसे रंभा तृतीया भी कहा जाता है। हिंदू धर्म में इस व्रत का विशेष महत्व है, क्योंकि इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु और अच्छे स्वास्थ्य के लिए व्रत रखती हैं। वहीं, कुंवारी कन्याएं मनचाहा पति पाने के लिए व्रत रखती हैं। माना जाता है कि इस व्रत को रखने से संतान सुख की भी प्राप्ति हो सकती है। हिंदू शास्त्रों के अनुसार, रंभा तृतीया के भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने का विधान है। जानिए रंभा तीज की तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व।
रंभा तीज 2023 की तिथि
ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि आरंभ: 21 मई को रात 10 बजकर 9 मिनट से शुरू
ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि समाप्त- 22 अप्रैल रात 11 बजकर 19 मिनट तक
तिथि- उदया तिथि के हिसाब से रंभा तीज का व्रत 22 मई को रखा जाएगा।
रंभा तीज 2023 पर बन रहे शुभ योग
द्विपुष्कर योग – 21 मई को सुबह 9 बजकर 4 मिनट से शुरू होकर रात 10 बजकर 9 मिनट तक
अमृतसिद्धि योग – 22 मई को सुबह 5 बजकर 47 मिनट से 10 बजकर 37 मिनट तक
सर्वार्थ सिद्धि योग – 22 मई को सुबह 5 बजकर 47 मिनट से 10 बजकर 37 मिनट तक
रंभा तीज 2023 महत्व
पौराणिक कथा के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान 14 रत्न निकले थे। उन्हीं में से एक रंभा थी। जिन्हें देवलोक में स्थान दिया गया। वह स्वर्गलोक की सबसे सुंदर अप्सरा थी। रंभा कौ सौंदर्य का प्रतीक माना जाता है। इसलिए सुंदर यौवन पाने के लिए इस व्रत को करने का विधान है। इस व्रत को करने से संतान, पति को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही महिलाएं भी स्वस्थ रहती है।