Shree Ram Stuti Lyrics In Hindi: राम जन्मोत्सव का पर्व आज देशभर में धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। आज के दिन प्रभु श्री राम की विधि-विधिवत तरीके से पूजा-अर्चना की जा रही है। मान्यता है कि भगवान राम की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है और प्रभु की कृपा बरसती है। इसके साथ ही जीवन में खुशियों का आगमन होता है। अगर आप भी रामनवमी पर श्री राम की कृपा पाना चाहते हैं, तो पूजा के दौरान आरती और श्रीराम स्तुति का पाठ जरूर करें। मान्यता है कि राम जन्मोत्सव के दिन श्रीराम स्तुति का पाठ करने से व्यक्ति को हर दुख से छुटकारा मिल जाता है। इसके साथ ही भगवान की कृपा हमेशा बनी रही हैं। ऐसे में यहां पढ़ें पूरी श्रीराम स्तुति…

राम नवमी 2025 शुभ मुहूर्त (Ram Navami 2025 Shubh Muhurat)

पंचांग के अनुसार, 6 अप्रैल को रामनवमी का शुभ मुहूर्त सुबह 11 बजकर 8 मिनट से दोपहर 1 बजकर 39 मिनट तक रहेगा।

श्रीराम स्तुति लिरिक्स (Shree Ram Stuti Lyrics)

नमो रामाय हरये विष्णवे प्रभविष्णवे,
आदिदेवाय देवाय पुराणाय गदाभृते|
विष्टरे पुष्पके नित्यं निविष्टाय महात्मने,
प्रहष्ट वानरानीकजुष्टपादाम्बुजाय ते ॥
निष्पिष्ट राक्षसेन्द्राय जगदिष्टविधायिने,
नमः सहस्त्रशिरसे सहस्त्रचरणाय च |
सहस्त्राक्षाय शुद्धाय राघवाय च विष्णवे,
भक्तार्तिहारिणे तुभ्यं सीतायाः पतये नमः ॥
हरये नारसिंहाय दैत्यराजविदारिणे,
नमस्तुभ्यं वराहाय दन्ष्ट्रोद्धृतवसुन्धर |
त्रिविक्रमयाय भवते बलियज्ञविभेदिने,
नमो वामन रूपाय नमो मन्दरधारिणे ॥
नमस्ते मत्स्यरूपाय त्रयीपालनकारिणे,
नमः परशुरामाय क्षत्रियान्तकराय ते ।
नमस्ते राक्षसघ्नाय नमो राघवरूपिणे,
महादेवमहाभीममहाकोदण्डभेदिने।।
क्षत्रियान्तकरक्रूरभार्गवत्रास​कारिणे,
नमोस्त्वहल्यासंतापहारिणे चापधारिणे ।
नागायुतबलोपेतताटकादेहहारिणे,
शिलाकठिनविस्तारवालिवक्षोविभेदि​ने ॥
नमो मायामृगोन्माथकारिणेsज्ञानहारिणे,
दशस्यन्दनदु:खाब्धिशोषणागत्स्यरूपिणे ।
अनेकोर्मिसमाधूतसमुद्रमदहारिणे,
मैथिलीमानसाम्भोजभानवे लोकसाक्षिणे ॥
राजेन्द्राय नमस्तुभ्यं जानकीपतये हरे,
तारकब्रह्मणे तुभ्यं नमो राजीवलोचन ।
रामाय रामचन्द्राय वरेण्याय सुखात्मने,
विश्वामित्रप्रियायेदं नमः खरविदारिणे ॥
प्रसीद देवदेवेश भक्तानामभयप्रद,
रक्ष मां करुणासिन्धो रामचन्द्र नमोsस्तु ते ।
रक्ष मां वेदवचसामप्यगोचर राघव,
पाहि मां कृपया राम शरणं त्वामुपैम्यहम्॥
रघुवीर महामोहमपाकुरु ममाधुना,
स्नाने चाचमने भुक्तौ जाग्रत्स्वप्नसुषुप्तिषु |
सर्वावस्थासु सर्वत्र पाहि मां रघुनन्दन ॥
महिमानं तव स्तोतुं कः समर्थो जगत्त्रये ।
त्वमेव त्वन्महत्वं वै जानासि रघुनन्दन ॥

श्रीराम जी की आरती (Shree Ram Aarti Lyrics)

आरती कीजै रामचंद्र जी की ।
हरि हरि दुष्ट दलन सीतापति जी की ।।
पहली आरती पुष्पन की माला ।
काली नागनाथ लाए गोपाला ।।
दूसरी आरती देवकी नंदन ।
भक्त उभारण कंस निकंदन ।।
तीसरी आरती त्रिभुवन मन मोहे ।
रतन सिंहासन सीताराम जी सोहे ।।
चौथी आरती चहुं युग पूजा ।
देव निरंजन स्वामी और न दूजा ।।
पांचवी आरती राम को भावे ।
राम जी का यश नामदेव जी गावे।।

मेष वार्षिक राशिफल 2025वृषभ वार्षिक राशिफल 2025
मिथुन राशिफल 2025कर्क राशिफल 2025
सिंह राशिफल 2025कन्या राशिफल 2025
तुला राशिफल 2025वृश्चिक राशिफल 2025
धनु राशिफल 2025मकर राशिफल 2025
कुंभ राशिफल 2025मीन राशिफल 2025

डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।

धर्म संबंधित अन्य खबरों के लिए करें क्लिक