ज्योतिष शास्त्र में व्यक्ति की जन्म कुंडली के साथ ही साथ ग्रहों के गोचर को भी बहुत महत्व दिया गया है, बल्कि तीर्थराज प्रयागराज के ज्योतिषाचार्य प्रणव ओझा के मुताबिक जितना अधिक महत्व लोग जन्मकुंडली में स्थित ग्रहों को देते हैं, उससे अधिक महत्व ग्रहों के गोचर को देना चाहिए, हालांकि इन गोचरों का शुभाशुभ फल जन्मकुंडली में स्थित ग्रहों पर ही निर्भर करता है।

सामान्यतः तो ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों का गोचर चन्द्र राशि से देखा जाता है, परन्तु ज्योतिषाचार्य प्रणव ओझा के अनुसार जन्म लग्न से गोचर देखना अधिक सटीक होता है, इसीलिए हम यहां पर जन्म लग्न से ही गोचर का फल बताएंगे-

गोचर की दृष्टि से 2022 का अप्रैल माह अत्यंत ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस साल शनि ग्रह के अलावा कई बड़े ग्रहों का राशि परिवर्तन होगा, जिसमें बृहस्पति और राहु-केतु का गोचर होगा। राहु-केतु लगभग 18 महीने बाद राशि परिवर्तन करेंगे। जहां राहु वृषभ राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करेंगे, वहीं केतु वृश्चिक राशि से निकलकर तुला राशि में प्रवेश करेंगे।

राहु 12 अप्रैल 2022 को सुबह 10 बजकर 36 मिनट पर वृषभ राशि से मेष राशि में गोचर करेंगे। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु और केतु हमेशा वक्री चाल से चलते हैं। वक्री चाल से तात्पर्य होता है उल्टी चाल, जिसे अंग्रेजी भाषा मे रेट्रो प्लैनेट भी कहते हैं। राहु का मेष राशि में गोचर इन चार राशि वालों के लिए शुभ संभावित है, जबकि बाकी राशि वालों के लिए राहु-केतु का परिवर्तन परेशानियां ला सकता है।

मिथुन लग्न: एस्ट्रो प्रणव ओझा ने जनसत्ता डॉट कॉम से बातचीत के दौरान बताया कि राहु का यह गोचर आपकी राशि के 11वें भाग में होगा। राहु का यह राशि परिवर्तन आपके लिए धन लाभ के नजरिए से बहुत ही शुभ साबित होने वाला है। नौकरीपेशा जातकों को नई नौकरी व रोजगार सम्बंधित अच्छे मौके प्राप्त होंगे। वहीं जो जातक बिजनेस में हैं उनके लिए भी यह राशि परिवर्तन मुनाफा दिलाने वाला होगा। इनकम में वृद्धि होने के संकेत हैं। धन कमाने के नए नए तरीके मष्तिष्क में उत्पन्न होंगे। कुल मिला कर देखा जाए तो राहु का राशि परिवर्तन बहुत मंगलकारी होने जा रहा है।

कर्क लग्न: वहीं एस्ट्रो प्रणव ओझा केर अनुसार राहु का यह गोचर आपके लिए 10वें भाव में होने जा रहा है। 10वें भाव में गोचर से आपकी जीवन में सुख-सुविधा और ऐश-ओ-आराम सम्बंधित सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी। आपका आर्थिक पक्ष काफी मजबूत रहेगा। काम करने में जो आलस्य व प्रमाद आ रहा था, वह दूर होगा, जो कि काफी शुभ है। बिजनेस में अच्छा खासा मुनाफा और तरक्की होने के संकेत हैं। वहीं नौकरी में प्रमोशन और कार्य स्थल पर मान-सम्मान में वृद्धि की संभावना है। कुल मिलाकर आपके लिए राहु का गोचर शुभ फल देने वाला साबित होगा।

कन्या लग्न: राहु का यह गोचर आपके लिए आठवें भाव में होने जा रहा है। इससे अचानक धन लाभ होने की प्रबल संभावना है, यह गोचर आपको अचानक धन प्राप्ति के योग भी बना सकता है, जैसे कि लॉटरी या शेयर मार्केट आदि। नौकरी में स्थान परिवर्तन का योग भी बन रहा है। वहीं जो जातक व्यापार में हैं उनके लिए नई योजना पर अच्छा खासा मुनाफा और सफलता मिलने के संकेत है, परन्तु बड़ा इन्वेस्टमेंट करने से बचें। कुल मिलाकर राहु का गोचर शुभ संकेत दे रहा है।

वृश्चिक लग्न: ज्योतिषाचार्य के मुताबिक राहु का यह गोचर आपके छठे भाव में होने जा रहा है। लक्ष्मी मां आपके ऊपर मेहरबान रहेंगी। करियर के लिहाज से आपको कई अच्छे मौके प्राप्त होंगे। शत्रुओं का दमन होगा। फंसे-अटके धन की प्राप्ति होगी। बैंक इत्यादि से लोन लेने में अनुकूलता मिलेगी। प्रतियोगी छात्रों को सफलता के योग हैं।

उपाय: इन सभी राशि वालों को राहु के मंत्र का जप अत्यंत फलदायक होगा।
मन्त्र: “ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नम:”