Rahu Dosh kaise shant kare: ज्योतिष शास्त्र में सभी ग्रहों को काफी महत्व दिया गया है। मान्यता है कि हर ग्रह का असर मनुष्य पर अच्छे या बुरे प्रभाव के रूप में पड़ता है। राहु ग्रह भगवान भैरव का प्रतिनिधित्व करता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह ग्रह आपके जीवन में कई तरह की बाधाएं पैदा करता है, इसलिए राहु को पापी ग्रह भी माना गया है। कुंडली के अनुसार राहु ग्रह जातकों को शुभ या अशुभ फल देता है। इसी के कारण कुंडली में सर्प दोष का योग भी बनता है। राहु दोष के कारण व्यक्ति समाज में अपनी मान, प्रतिष्ठा और धन-वैभव से हाथ धो बैठता है।

ज्योतिष शास्त्र में राहु ग्रह से बचने के लिए कई उपाय बताए गए हैं। अगर इन उपायों का सही तरह से प्रयोग किया जाए तो राहु का अशुभ दोष खत्म हो जाता है। मान्यता है कि राहु शनि की तरह प्रभाव देता है। तो वहीं, केतु मंगल की तरह। राहु और केतg को एक जैसा माना जाता है। क्योंकि कुंड़ली में ये केवल एक-दूसरे से 180 अंश की दूरी पर होते हैं।

राहु दोष के प्रभाव: कुंडली में अगर राहु दोष हो तो इससे जातक की जिंदगी पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है। ऐसे में मानसिक तनाव, आर्थिक क्षति और तालमेल में कमी होने लगती है। वहीं, अगर राहु का शुभ प्रभाव जातक की कुंडली पर पड़े तो भी रंक को भी राजा बना देता है। इसलिए जिन जातकों की कुंडली में राहु दोष होता है, उन्हें उपाय जरूर करने चाहिए।

राहु के प्रभाव को कम करने के उपाय: राहु के अशुभ परिणाम से बचने के लिए राहु मंत्र का जप करना चाहिए। इससे आपकी कुंडली में विराजमान राहु ग्रह शांत हो जाता है। इसके अलावा बुधवार के दिन जौ, सरसों, सात प्रकार के अनाज, सिक्का, नीले रंग के कपड़े और कांच की वस्तुएं दान करनी चाहिए।

राहु की शांति के लिए जातकों को गोमेद रत्न धारम करना चाहिए। इसके अलावा राहु की शांति के लिए नहाने के जल में शुद्ध चंदन का इत्र डालकर स्नान करने से राहु शुभ प्रभाव देता है। इसके अलावा प्राचीन शिवलिंग पर गंगाजल मिला जल चढ़ाने से कुंडली का राहु दोष कम होने लगता है।