Pradosh Vrat 2025 Upay: हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का बहुत खास महत्व होता है। यह व्रत हर महीने के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्र्योदशी तिथि को रखा जाता है। प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की जाती है। इसके साथ ही इस दिन व्रत भी रखा जाता है। आपको बता दें कि प्रदोष व्रत के दिन पूजा और व्रत का विशेष महत्व होता है। शिव पुराण में भी इस व्रत की महिमा के बारे में विस्तार से बताया गया है। मान्यता है कि जो भी जातक इस दिन सच्चे भाव से पूजा करता है तो भगवान शिव उसकी सभी इच्छाएं पूरी करते हैं और उसके जीवन में सुख-समृद्धि आती है। वहीं, ज्योतिषियों की मानें तो इस दिन कुछ उपायों को करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति को शुभ फल प्रदान करते हैं।
प्रदोष व्रत की तिथि और शुभ मुहूर्त (Pradosh Vrat 2025 Tithi and Shubh Muhurat)
इस बार माघ महीने की शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 09 फरवरी 2025 को शाम 7 बजकर 24 मिनट पर शुरू होगी और 10 फरवरी को शाम 6 बजकर 57 मिनट पर खत्म होगी। ऐसे में माघ माह का अंतिम प्रदोष व्रत 9 फरवरी दिन रविवार को रखा जाएगा। इस दिन रविवार पड़ने की वजह से इसे रवि प्रदोष व्रत कहा जाएगा।
रवि प्रदोष व्रत पर करें ये खास उपाय (Ravi Pradosh Vrat Upay)
शिव जी की पूजा
रवि प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की विधिपूर्वक पूजा करनी चाहिए। खासतौर पर इस दिन शिवलिंग पर कच्चे दूध से स्नान कराना और पंचाक्षरी मंत्र का जाप करना बहुत लाभकारी माना जाता है। ऐसा करने से भगवान शिव खुश होते हैं और व्यक्ति को सुख-समृद्धि मिलती है।
सुख-समृद्धि के लिए करें ये उपाय
इस दिन शिवलिंग पर पीले चंदन से त्रिपुंड बनाना चाहिए और बेलपत्र पर शहद लगाकर उसे दाहिने हाथ से शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति को सुख-समृद्धि मिलती है।
शिवलिंग का अभिषेक
प्रदोष व्रत के दिन पूजा के दौरान भगवान शिव का पंचामृत से अभिषेक करें और माता पार्वती को सोलह श्रृंगार का सामान अर्पित करें। यह उपाय अविवाहित लोगों के लिए विवाह के योग भी बना सकते हैं और शादीशुदा जीवन में खुशहाली लाते हैं।
धन और समृद्धि के लिए उपाय
अगर आप आर्थिक तंगी से परेशान हैं तो ऐसे में इस दिन शिवलिंग पर केसर चढ़ाने से घर में दरिद्रता खत्म होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। इसके अलावा इस दिन शिवलिंग पर गंगाजल और चावल चढ़ाने से कर्ज से मुक्ति मिलती है और धन लाभ के रास्ते खुलते हैं।
प्रदोष व्रत का महत्व
रवि प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा के साथ सूर्य देव की भी पूजा करना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से करियर में तरक्की मिल सकती है और जीवन में नए मौके मिलते हैं। शिव पुराण और स्कंद पुराण में बताया गया है कि इस दिन उपवास रखने से रोग और दोषों से मुक्ति मिलती है और धन-संपत्ति प्राप्त होती है। इसके अलावा यह भी मान्यता है कि प्रदोष व्रत को करने से जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता आती है।
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