Shukra Pradosh Vrat 2024 Mantra in Hindi: हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व होता है। यह व्रत देवों के देव महादेव को समर्पित माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर माह के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है। इस बार 13 दिसंबर, दिन शुक्रवार को मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। ऐसे में इसी दिन प्रदोष व्रत किया जाएगा। बता दें कि यह साल का आखिरी प्रदोष व्रत होगा। वहीं प्रदोष का व्रत सप्ताह के जिस दिन पड़ता है उसका नाम उसी के अनुसार रखा जाता है। इस बार यह व्रत शुक्रवार को पड़ रहा है। ऐसे में इसे शुक्र प्रदोष कहा जाएगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन शिव जी और माता पार्वती की विधिपूर्वक पूजा करने के साथ-साथ व्रत रखना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से शिव जी प्रसन्न होते हैं और जातकों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं। इसके अलावा प्रदोष व्रत पर पूजा के दौरान आपको शिव जी के कुछ मंत्रों का जाप अवश्य करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से भाग्य का भरपूर साथ मिलता है।
प्रदोष व्रत पर करें भगवान शिव के इन मंत्रों का जाप (Pradosh Vrat Mantra)
महामृत्युंजय मंत्र
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
शिव स्तुति मंत्र
द: स्वप्नदु: शकुन दुर्गतिदौर्मनस्य, दुर्भिक्षदुर्व्यसन दुस्सहदुर्यशांसि।
उत्पाततापविषभीतिमसद्रहार्ति, व्याधीश्चनाशयतुमे जगतातमीशः।।
शिव नामावली मंत्र
।। श्री शिवाय नम:।।
।। श्री शंकराय नम:।।
।। श्री महेश्वराय नम:।।
।। श्री सांबसदाशिवाय नम:।।
।। श्री रुद्राय नम:।।
।। ओम पार्वतीपतये नम:।।
।। ओम नमो नीलकण्ठाय नम:।।
शिव प्रार्थना मंत्र
करचरणकृतं वाक् कायजं कर्मजं श्रावण वाणंजं वा मानसंवापराधं ।
विहितं विहितं वा सर्व मेतत् क्षमस्व जय जय करुणाब्धे श्री महादेव शम्भो॥
शिव गायत्री मंत्र
ऊँ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि, तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्।
शिव आरोग्य मंत्र
माम् भयात् सवतो रक्ष श्रियम् सर्वदा।
आरोग्य देही में देव देव, देव नमोस्तुते।।
ओम त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्।।
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