Gangaikonda Cholapuram Temple History: तमिलनाडु की अपनी दो दिवसीय यात्रा के दूसरे और अंतिम दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज चोल सम्राट राजेंद्र चोल प्रथम की विरासत को याद करते हुए विभिन्न ऐतिहासिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेंगे। प्रधानमंत्री आज तिरुचिरापल्ली जिले के प्रसिद्ध गंगईकोंडा चोलपुरम मंदिर पहुंचेंगे, जहां तिरुवथिरई महोत्सव में हिस्सा लेंगे। ऐसे में आइए आज हम आपको बताते हैं इस मंदिर से जुड़ा रहस्य और इतिहास के बारे में।
गंगईकोंडा चोलपुरम मंदिर का इतिहास
गंगईकोंडा चोलपुरम तमिलनाडु का एक छोटा सा शहर है, जो कभी चोल साम्राज्य की राजधानी था। यह शहर अपने बृहदेश्वर मंदिर के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है। साथ ही, यह मंदिर UNESCO की विश्व धरोहर सूची में शामिल तीन बड़े चोल मंदिरों में से एक है। राजेंद्र चोल, महान सम्राट राजराज चोल के पुत्र थे, उन्होंने लगभग 30 वर्षों तक शासन किया। अपने मजबूत नेतृत्व और रणनीति के कारण उन्होंने चोल साम्राज्य को उत्तर भारत तक फैला दिया। उन्होंने कई शक्तिशाली राजाओं जैसे चालुक्य और वेंगी को युद्ध में हराया।
गर्भगृह में स्थापित है बड़ा शिवलिंग
आज भी, भारत और विदेशों से आने वाले पर्यटक और इतिहास प्रेमी इस मंदिर की सुंदरता देखकर बहुत प्रभावित होते हैं। यह मंदिर अपनी अद्भुत सुंदरता और अनोखी वास्तुकला के लिए देश-विदेश के पर्यटकों को आकर्षित करता है। यह एक विशाल और भव्य मंदिर है, लेकिन इसकी अपनी अलग पहचान है। मंदिर के गर्भगृह में भगवान शिव का एक बड़ा शिवलिंग स्थापित है, जो इसे और भी खास बनाता है। मंदिर का शांत और रहस्यमयी वातावरण, इसकी प्राचीन कहानियां और अनोखी कला वाकई देखने लायक बनाता है।
मंदिर में एक और रोचक जगह है जहां एक शेर की आकृति बनी है। जब आप उसके मुंह के अंदर से उतरते हैं, तो एक ऐसी स्नान स्थान तक पहुंचते हैं जहां पुराने समय में रानियां और राजकुमारियां स्नान किया करती थीं। यह स्थान बाहर से बिल्कुल दिखाई नहीं देता है। शाम के समय जब मंदिर दीपों से रोशन होता है, तो उसका दृश्य और भी सुंदर लगता है।
गंगईकोंडा चोलपुरम कैसे पहुंचें?
हवाई मार्ग: त्रिची, गंगईकोंडा चोलपुरम का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा है, जो 115 किलोमीटर की दूरी पर है और यहां प्रीपेड टैक्सी से पहुंचा जा सकता है।
रेल मार्ग: कुंभकोणम रेलवे स्टेशन से, गंगईकोंडा चोलपुरम 34 किलोमीटर की दूरी पर है।
बस: कुंभकोणम, चिदंबरम, मयिलादुथुराई, जयमकोंडम और अरियालुर जैसे आस-पास के शहरों से गंगईकोंडा चोलपुरम पहुंचने के लिए बसें और प्रीपेड टैक्सियां उपलब्ध हैं।