Shradh Paksha 2023: सनातन धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व है। पंचांग के अनुसार, हर वर्ष आश्विन मास की प्रतिपदा तिथि के साथ श्राद्ध पक्ष आरंभ हो जाते हैं। इस दौरान पितरों को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए उनका तर्पण, श्राद्ध और पिंडदान किया जाता है। पितृपक्ष के दौरान बिहार के गया जी जाकर पितरों का पिंडदान करने के साथ उन्होंने दूसरों पितरों के साथ मिला दिया जाता है। ऐसा करने से वह अति प्रसन्न होते हैं और सुख-समृद्धि, धन-संपदा का आशीर्वाद देने के साथ सौभाग्य का वरदान देते हैं। मान्यता है कि पितृपक्ष के दौरान पितरों का श्राद्ध, पिंडदान करने से कुंडली में मौजूद पितृदोष से भी निजात मिल जाती है। जानिए पितृपक्ष की सभी तिथियों से लेकर तर्पण करने की विधि के बारे में।

पितृ पक्ष 2023 तिथि

आश्विन मास की प्रतिपदा तिथि प्रारंभ- 29 सितंबर 2023 को दोपहर 03 बजकर 26 मिनट से शुरू
आश्विन मास की प्रतिपदा तिथि समाप्त- 30 सितंबर 2023 को दोपहर 12 बजकर 21 मिनट तक

पितृ पक्ष के अनुष्ठानों का समय

कुतुप मुहूर्त- 29 सितंबर को दोपहर 11 बजकर 47 मिनट से 12 बजकर 35 मिनट तक
रौहिण मुहूर्त- 29 सितंबर को दोपहर 12 बजकर 45 मिनट से 01 बजकर 23 मिनट तक
अपराह्न काल – 29 सितंबर को दोपहर 01 बजकर 23 मिनट से 03 बजकर 46 मिनट तक

किस दिन किया जाएगा कौन सा श्राद्ध?

  1. पूर्णिमा श्राद्ध– 29 सितंबर 2023 (शुक्रवार)
  2. प्रतिपदा श्राद्ध- 29 सितम्बर 2023, शुक्रवार
  3. द्वितीया श्राद्ध- 30 सितंबर 2023, शनिवार (आश्विन, कृष्ण प्रतिपदा)
  4. तृतीया श्राद्ध- 1 अक्टूबर 2023, रविवार (आश्विन, कृष्ण तृतीया)
  5. चतुर्थी श्राद्ध- 2 अक्टूबर 2023, सोमवार(आश्विन, कृष्ण चतुर्थी)
  6. महा भरणी श्राद्ध- 2 अक्टूबर 2023, सोमवार (अश्विन, भरणी नक्षत्र)
  7. पञ्चमी श्राद्ध- 3 अक्टूबर 2023, मंगलवार(आश्विन, कृष्ण पंचमी)
  8. षष्ठी श्राद्ध- 4 अक्टूबर 2023, बुधवार(आश्विन, कृष्ण षष्ठी)
  9. सप्तमी श्राद्ध- 5 अक्टूबर 2023, गुरुवार (आश्विन, कृष्ण सप्तमी)
  10. अष्टमी श्राद्ध- 6 अक्टूबर 2023, शुक्रवार(आश्विन, कृष्ण अष्टमी)
  11. नवमी श्राद्ध -7 अक्टूबर 2023, शनिवार(आश्विन, कृष्ण नवमी)
  12. दशमी श्राद्ध- 8 अक्टूबर 2023, रविवार(आश्विन, कृष्ण दशमी)
  13. एकादशी श्राद्ध- 9 अक्टूबर 2023, सोमवार (आश्विन, कृष्ण एकादशी)
  14. मघा श्राद्ध- 10 अक्टूबर 2023, मंगलवार(अश्विन, मघा नक्षत्र)
  15. द्वादशी श्राद्ध- 11 अक्टूबर 2023, बुधवार(आश्विन, कृष्ण द्वादशी)
  16. त्रयोदशी श्राद्ध- 12 अक्टूबर 2023, गुरुवार (आश्विन, कृष्ण त्रयोदशी)
  17. चतुर्दशी श्राद्ध- 13 अक्टूबर 2023, शुक्रवार (आश्विन, कृष्ण चतुर्दशी)
  18. सर्वपितृ अमावस्या- 14 अक्टूबर 2023, शनिवार (आश्विन, कृष्ण अमावस्या)

पितृ पक्ष में ऐसे करें पितरों का तर्पण

पितृ पक्ष के दिनों में रोजाना पितरों का तर्पण करने से विशेष फलों की प्राप्ति होती है। पितरों को जल देने से वह अति प्रसन्न होते हैं और सुख-समृद्धि, सौभाग्य का आशीर्वाद देते हैं। श्राद्ध पक्ष के दौरान जिस तिथि को पूर्वज की मृत्यु हुई हो। उसके अनुसार दोपहर के समय दक्षिण दिशा की ओर मुख करके एक लोटे में जल में थोड़ा सा काला तिल मिला लें। इसके बाद हाथों में थोड़ी सी कुश लेकर धीरे-धीरे उनका ध्यान करके जल अर्पित करें। इसके बाद अन्न और वस्त्र का दान करें। इसके साथ ही ब्राह्मणों को भोजन कराएं।

तर्पण करते समय बोले ये मंत्र

अर्चितानाममूर्तानां पितृणां दीप्ततेजसाम् ।
नमस्यामि सदा तेषां ध्यानिनां दिव्यचक्षुषाम्।।

डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।