Chanakya Niti: एक कुशल रणनीतिकार, राजनीतिज्ञ और कूटनीतिकार माने गए हैं आचार्य चाणक्य जिन्होंने अपनी विद्वता से बालक चंद्रगुप्त मौर्य को मगध का सम्राट बनाया था। आचार्य चाणक्य की नीतियां आज के समय में भी प्रासंगिक मानी जाती हैं। कहते हैं कि प्राचीन काल में कोई व्यक्ति या परिस्थिति ऐसी नहीं थी, जिससे चाणक्य विजय प्राप्त नहीं कर सकते थे। आर्थिक परेशानियों को कम करने को लेकर भी चाणक्य ने अपनी नीति पुस्तक में कई बातों का जिक्र किया है।
धन को लेकर भी आचार्य बहुत गहरी जानकारी रखते थे। उन्होंने लोगों की उन 4 खराब आदतों के बारे में बताया है जिससे मां लक्ष्मी रुष्ट हो सकती हैं। साथ ही, उन्हें पैसों की दिक्कतों का सामना भी करना पड़ सकता है।
शरीर को गंदा रखना: आचार्य चाणक्य के मुताबिक जो लोग गंदे कपड़े पहनते हैं, नहाते नहीं या फिर दांतों को साफ नहीं करते हैं, उन पर मां लक्ष्मी कभी भी अपनी कृपा नहीं बरसाती हैं। मान्यता ऐसी है कि मां लक्ष्मी का वास केवल वहीं होता है, जहां पूरी साफ-सफाई होती है। आचार्य कहते हैं कि जो लोग अपने शरीर की साफ-सफाई की ओर ध्यान नहीं देते हैं, उन्हें भी धन संबंधी परेशानियां हो सकती हैं।
देर से जगने की हो आदत: चाणक्य कहते हैं कि सुबह देर तक सोने वाले लोगों को पैसों का नुकसान उठाना पड़ सकता है। ज्यादा समय तक बिस्तर पर पड़े रहने से लोगों को आर्थिक तंगी हो सकती है। चाणक्य नीति में लिखा है कि सुबह जल्दी उठने से लोग मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहते हैं और उन्हें धन हानि का खतरा भी नहीं रहता है।
ज्यादा भोजन करना: आचार्य चाणक्य के अनुसार जो लोग अपने भोजन पर संतुलन नहीं रख पाते हैं, उन्हें धन संबंधी परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं। वो कहते हैं कि जिन लोगों का ध्यान पूरे समय खाने के तरफ ही होता है, उनके जीवन में पैसों की कमी हो सकती है। आचार्य कहते हैं कि जो लोग जरूरत से अधिक भोजन करते हैं, उन्हें भी गरीबी का सामना करना पड़ सकता है। इतना ही नहीं, चाणक्य के मुताबिक ऐसे लोगों को बीमारियों से घिरने का खतरा भी ज्यादा होता है।
खराब वाणी: नीति पुस्तक में चाणक्य लिखते हैं कि मां लक्ष्मी को केवल मीठी वाणी पसंद है। ऐसे में जो लोग कठोर बोली का इस्तेमाल करते हैं, उनसे देवी नाराज हो जाती है। कड़वा बोलने वाले लोगों के ना तो रिश्ते अच्छे बनते हैं और न ही पैसों में वृद्धि होती है।