Paush Month 2022: इस माह की 9 तारीख से पौष मास शुरू हो गया है। पौष मास में ग्रहों के राजा सूर्य देव की पूजा का विशेष महत्व ज्योतिष में बताया गया है। यह मास 7 जनवरी 2023 को समाप्त होगा।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पौष मास में कोई भी शुभ और मांगलिक कार्य करना वर्जित बताया गया है। मान्यता के अनुसार इस मास में शुरू किए गए नए कार्य में सफलता नहीं मिलती है। इस मास में किसी भी नए प्रतिष्ठान का उद्घाटन भी नहीं किया जाता है और कोई नया व्यवसाय भी शुरू करना वर्जित बताया गया है।

पौष मास में सूर्य देव की पूजा का महत्व (Importance of Paush Month)

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पौष मास में सूर्य देव की विधि-विधान से पूजा करना फलदायी होता है। वहीं इस मास में सूर्य देव की पूजा करने और रविवार के दिन व्रत रखने से कुंडली में सूर्य देव की स्थिति मजबूत होती है और इसके शुभ परिणाम मिलते हैं। सूर्य देव को पिता और आत्मा का कारक माना जाता है। ऐसे में इस मास में सूर्य देव की पूजा से पिता का पूरा सहयोग मिलने की मान्यता है और व्यापार में भी मुनाफा हो सकता है।

पौष मास में करें ये ज्योतिषीय उपाय, हो सकता है धन लाभ

वहीं पौष मास में कई ऐसे उपाय बताए गए हैं। जिन्हें करने से सुख-समृद्धि और पुण्यफल के प्राप्ति होने की मान्यता है। आइए जानते हैं कि वह उपाय कौन से हैं।

-इस माह में लाल रंग का अधिक महत्व है।
-उड़द की दाल का दान करें।
-चावल की खिचड़ी में देसी घी डालकर दान करें।
-हर सोमवार को भगवान शिव की बेलपत्र से पूजा करें।
-भगवान शिव की पूजा में गुड़ और अनार का भोग लगाएं।

पौष मास में पड़ने वाले व्रत

पौष मास में कई व्रत भी पड़ रहे हैं। 16 दिसंबर को धनु संक्रांति, 19 दिसंबर 2022 को सफला एकादशी, 21 दिसंबर को मासिक शिवरात्रि और प्रदोष व्रत, 23 दिसंबर 2022 को पौष अमावस्या, 2 जनवरी 2023 को पुत्रदा एकादशी सहित कई अन्य व्रत पड़ रहे हैं।