Mahashivratri Auspicious Yog: महाशिवरात्रि का पर्व इस साल 1 मार्च यानि मंगलवार के दिन मनाया जाएगा। इस दिन भक्तगण अपने- अपने तरीके से पूजा- अर्चना करके भोलेनाथ को प्रसन्न करते हैं। आपको बता दें कि इस दिन पंचग्रही युति भी मकर राशि में बनेगी, जो लगभग 120 साल बाद बन रही है। इस युति का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा, लेकिन 4 राशियां ऐसीं हैं जिनको कि विशेष फायदा हो सकता है। आइए जानते हैं ये 4 राशियां कौन सीं हैं…

ऐसे बनेगी पंचग्रही युति:

आपको बता दें कि इस दिन शनि देव की मकर राशि में चंद्रमा, शनि, शुक्र, बुध और मंगल ग्रह विराजमान रहेंगे। वहीं ग्रहों के राजा सूर्य और देवताओं के गुरु बृहस्पति कुंभ राशि में स्थित रहेंगे। इस योग से 4 राशि वालों के जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली आ सकती है।

मेष राशि: आपकी राशि से इस योग का निर्माण दशम भाव में होगा। जिसे करियर और कर्म का स्थान कहा जाता है। इस समय आपका आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। साथ ही आपको व्यापार में अच्छा धनलाभ हो सकता है। जो काम अटके हुए थे वो पूरे हो सकते हैं। नई जॉब का प्रस्ताव आ सकता है या फिर आपका इंक्रीमेंट लग सकता है। 

वृष राशि: आपकी राशि से ग्रहों का विशेष संयोग आपके नवम स्थान में बनेगा। जिसको भाग्य और विदेश का स्थान भी कहते हैं। इस समय आपको किस्मत का पूरा साथ मिलेगा। साथ ही आपके अटके हुए काम पूरे होंगे। अगर आपका व्यापार विदेश से जुड़ा हुआ है तो आपको अच्छा धनलाभ हो सकता है।

तुला राशि: आपकी राशि से यह संयोग चतुर्थ स्थान में बनेगा। जिसको सुख और माता का भाव का कहा जाता है। इसलिए इस समय आपको भौतिक सुखों की प्राप्ति होगी। साथ ही आप कहीं की यात्रा कर सकते हैं। पारिवारिक जीवन में खुशहाली आएगी। नई जॉब की आपको प्राप्ति हो सकती है। कार्यस्थल पर आप अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।  (यह भी पढ़ें)- Mahashivratri 2022: क्यों मनाया जाता है महाशिवरात्रि का पर्व? जानिए इस दिन से जुड़ीं 3 बड़ीं रोचक घटनाएं

कर्क राशि: आपकी राशि से पंचग्रही योग का निर्माण सप्तम भाव में हो रहा है, जिसे दांपत्य जीवन और साझेदारी का स्थान कहा जाता है। इसलिए इस राशि के नौकरीपेशा जातकों के लिए तरक्की के योग हैं। हर काम में सुनहरी सफलता प्राप्त होती नजर आ रही है। आमदनी बढ़ेगी। एक से अधिक माध्यमों से धन एकत्रित करने में आप सफल रहेंगे। (यह भी पढ़ें)- Mahashivratri 2022: 1 मार्च को है महाशिवरात्रि का पर्व, जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, महत्व और सब कुछ