Padmini Ekadashi 2023: पद्मिनी एकादशी तीन साल में एक बार आती है। इसलिए इस एकादशी का विशेष महत्व है। कमला एकादशी के दिन भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही हर पाप से मुक्ति मिलने के साथ ही मोक्ष की प्राप्ति होती है। अधिक मास में पड़ने के कारण इसे अधिक मास एकादशी, पुरुषोत्तम एकादशी, मलमास एकादशी के नाम से जानते हैं। आज शुभ मुहूर्त में एकादशी का पर्व मनाया जा रहा है। पद्मिनी एकादशी पर व्रत रखने के साथ-साथ इन नियमों का जरूर पालन करना चाहिए। जानिए कमला एकादशी के मौके पर क्या करें और क्या नहीं।

पद्मिनी एकादशी पर न करें ये काम

  • पद्मिनी एकादशी पर अगर आपने व्रत रखा है, तो अन्न का सेवन करने से बचना चाहिए।
  • पद्मिनी एकादशी के मौके पर तामसिक चीजें जैसे प्याज और लहसुन का सेवन करने से बचना चाहिए।
  • इस दिन मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • मसूर की दाल, चावल  का सेवन करने से बचना चाहिए।
  • पद्मिनी एकादशी पर खट्टी चीजें जैसे कि आंवला, संतरा, नींबू आदि का सेवन करने से बचना चाहिए।
  • एकादशी के दिन बाल और नाखून नहीं काटना चाहिए। ऐसा करने से घर में दरिद्रता का वास बना रहता है।
  • अगर आपने एकादशी का व्रत रखा है, तो ध्यान रखें कि बेड पर न लेटकर जमीन में बिस्तर बिछाकर लेटना चाहिए।
  • पद्मिनी एकादशी के दिन किसी के ऊपर क्रोध नहीं करना चाहिए  और न ही किसी के बारे में बुरा बोलना चाहिए।
  • पद्मपुराण के अनुसार, एकादशी के दिन फल का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से उत्तम संतान की प्राप्ति होती है।
  • एकादशी के दिन भूलकर भी तुलसी में जल नहीं चढ़ाना चाहिए और न ही स्पर्श करना चाहिए। माना जाता है कि इस दिन मां तुलसी आराम करने के साथ उपवास करती हैं।

पद्मिनी एकादशी पर करें ये काम

  • कमला एकादशी के दिन भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करना चाहिए।
  • शाम के समय तुलसी के पौधे के सामने घी का दीपक अवश्य जलाएं।
  • विष्णु-लक्ष्मी की प्रतिमा का केसर मिश्रित दूध से अभिषेक करें। इसके लिए दक्षिणावर्ती शंख का इस्तेमाल करें।
  • एकादशी शनिवार को पड़ रही है। इसलिए आज शनिदेव की पूजा करने से भी शुभ फलों की प्राप्ति होगी। इसके साथ ही शनिदेव को सरसों का तेल अवश्य चढ़ाएं।
  • कमला एकादशी के मौके पर गाय को हरा चारा खिलाना चाहिए।
  • एकादशी के दिन दान करने का विशेष महत्व है। इसलिए आज जरूरतमंद या फि गरीब को वस्त्र, अनाज आदि का दान दें।

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