October 2020 Vrat and Tyohar: हिंदू पंचांग के मुताबिक अक्टूबर महीने की 16 तारीख को अधिक मास खत्म हो जाएगा। 31 अक्टूबर तक अश्विन माह चलेगा जिसमें कि इस बार कई बड़े त्योहार और उपवास आएंगे। पंचांग के अनुसार इस महीने में करीब 7 बड़े पर्व होंगे। इस अश्विन मास के कई व्रत जैसे कि श्राद्ध पूर्णिमा, श्राद्ध पक्ष, इंदिरा श्राद्ध एकादशी, सर्वपितृ अमावस्या, मलमास बीत चुके हैं। मलमास पड़ने के कारण ही इसके बाद आने वाले त्योहार करीब एक महीने की देरी से शुरू होंगे। आइए जानते हैं इस महीने के त्योहारों की सूची –
अक्टूबर महीने के छोटे और बड़े व्रत-त्योहार:
गुरुवार पूर्णिमा व्रत – 01 अक्टूबर 2020
गणेश चतुर्थी व्रत – 05 अक्टूबर 2020
रोहिणी व्रत – 07 अक्टूबर 2020
कमला अथवा परमा एकादशी व्रत – 13 अक्टूबर 2020
मासिक शिवरात्रि व्रत – 15 अक्टूबर 2020
देवपितृ कार्य अमावस्या व पुरुषोत्तम मास समाप्त – 16 अक्टूबर 2020
शारदीय नवरात्रि प्रारंभ, तुला संक्रांति, महाराजा अग्रसेन जयंती – 17 अक्टूबर 2020
चंद्र दर्शन – 18 अक्टूबर 2020
गणेश चतुर्थी मासिक व्रत – 20 अक्टूबर 2020
उपांग ललिता व्रत – 21 अक्टूबर 2020
सरस्वती पूजा – 22 अक्टूबर 2020
महाष्टमी और महानिशा पूजा – 24 अक्टूबर 2020
दुर्गा नवमी – 25 अक्टूबर 2020
दशहरा, शारदीय नवरात्रि समाप्त और दुर्गा विसर्जन – 26 अक्टूबर 2020
पापांकुशा एकादशी – 27 अक्टूबर 2020
प्रदोष व्रत – 28 अक्टूबर 2020
शरद पूर्णिमा – 30 अक्टूबर 2020
परमा एकादशी : इस बार पुष्य नक्षत्र 10 अक्टूबर को रहेगा और 13 अक्टूबर को कमला एकादशी है। कई जानकार इसे परमा एकादशी भी कहते हैं। मान्यता है कि इस एकादशी को करने से घर में धन वैभव का आगमन होता है। इसके अलावा, 27 अक्टूबर को पापांकुशा एकादशी है।
शारदीय नवरात्रि: अधिक मास के समाप्त होते ही 17 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि शुरू हो जाएंगे। 9 दिनों तक चलने वाले इस त्योहार को देश के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। महाष्टमी का व्रत 24 अक्टूबर को रखा जाएगा।
विजया दशमी/ दशहरा: नवरात्रि का समापन विजयादशमी यानी कि दशहरा के साथ होगी जो इस साल 26 अक्टूबर को है। इस दिन हर साल रावण दहन किया जाता है। मां दुर्गा की प्रतिमाएं विसर्जित की जाती हैं।
शरद पूर्णिमा और कार्तिक स्नान: पंचक के दौरान ही 30 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा है। आज के दिन कई श्रद्धालु व्रत रखते हैं। साथ ही इस दिन कोजागरी व्रत भी रहेगा। इसके अगले दिन यानी कि 31 अक्टूबर को कार्तिक स्नान का योग बन रहा है। बता दें कि 31 अक्टूबर को ही अश्विन मास समाप्त हो जाएगा। मान्यता है कि कार्तिक स्नान से कई पुण्य प्राप्त होते हैं।