Navratri 2023: शारदीय नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा और उनके स्वरूपों की विधिवत पूजा करने के साथ-साथ कलश स्थापना करने का विधान है। नवरात्रि का हर एक दिन पूजा करने का साथ व्रत रखने का विधान है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस दिन मां दुर्गा की विधिवत पूजा करने के साथ कुछ उपायों को अपनाते हैं।

ज्योतिष शास्त्र में विवाह की गणना लड़का-लड़की की कुंडली देखकर की जाती है। कुंडली में ग्रहों की प्रतिकूल स्थिति होने पर शादी में बाधाएं आती हैं। विवाह होने में किसी न किसी तरह के अड़चन आती रहती हैं। अगर आपकी या फिर आपके बेटे-बेटी की शादी में किसी न किसी तरह से शादी होने में अड़चन आ रही हैं, तो नवरात्रि की पंचमी तिथि के दिन ये खास उपाय कर सकते हैं। इस उपाय के बारे में देवी भागवत पुराण में बताया गया है। आइए जानते हैं विवाह में हो रही है देरी, तो इस उपाय को अपना सकते हैं।

नवरात्रि की पंचमी तिथि पर करें ये उपाय

 देवी भागवत पुराण के अनुसार, नवरात्रि की पंचमी तिथि के दिन मां स्कंदमाता की पूजा करने का विधान है। इस दिन एक पान का पत्ता ले लें और उसके सीधी ओर दो स्वास्तिक चिन्ह बनाएं। पहला सिंदूर से और दूसरा चंदन से बनाएं।  सिंदूर के स्वास्तिक के ऊपर रोली, कुमकुम से रंगे चावल रखें और चंदन के स्वास्तिक के ऊपर हल्दी के चावल रखें। इसके बाद इसे अपने हाथ में रखें और अपना नाम के साथ गोत्र बोले और फिर इसे नीम के पेड़ में चढ़ा दें। मान्यता है कि ऐसा करने से कुछ ही माह में अच्छी जगह से शादी का रिश्ता आ जाता है।

देवी भगवती पुराण के अनुसार, इस महाउपाय को आप सिर्फ शारदीय नवरात्रि  ही नहीं बल्कि, साल में पड़ने वाली चारों नवरात्रि की पंचमी तिथि को कर सकते हैं। ऐसे में इस उपाय को दोनों गुप्त नवरात्रि, चैत्र, और शारदीय नवरात्रि में किया जा सकता है। किसी भी नवरात्रि में इस उपाय को करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।

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