प्रत्येक वर्ष, साल में दो बार नवरात्रि आते हैं, जिनमें नौ दिनों तक मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की उपासना की जाती है। लोगों का ऐसा विश्वास है कि मां इन दिनों भक्ति से प्रसन्न होकर सभी की इच्छाएं पूर्ण करती हैं। नवरात्रि पर्व 2 अप्रैल से 10 अप्रैल तक चलेगा। मान्यता के अनुसार पहले दिन माता रानी घोड़े पर सवार होकर आती हैं और समापन के दिन भैंसे पर सवार होकर चली जाती हैं। इस दौरान पूरे नौ दिन माता रानी की खूब सेवा की जाती है ताकि भक्तों के जीवन में सुख, समृद्धि एवं खुशहाली आए। मान्यता है कि इन नौ दिनों अलग-अलग रंगों के कपड़े पहनकर माता रानी को पूजा जाता है, आइए जानते हैं-
पंचांग के अनुसार आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवरात्रि का शुभारंभ हुआ था, इस दिन गुरुवार का दिन पड़ा था। चूंकि गुरुवार का दिन भगवान विष्णु से संबंधित है और भगवान विष्णु को पीला रंग अधिक प्रिय है। इसलिए नवरात्रि के प्रथम दिन पूजा में पीले रंग का प्रयोग शुभ माना गया है।
पहले दिन: नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप माता शैलपुत्री की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन पीले रंग के वस्त्र पहनकर पूजा करना शुभ होता है।
दूसरे दिन: नवरात्रि का दूसरा दिन माता ब्रह्मचारिणी को समर्पित है, शास्त्रों के अनुसार कहा जाता है कि मां ब्रह्मचारिणी को हरा रंग प्रिय है और इस दिन उन्हें प्रसन्न करने के लिए हरे रंग के वस्त्र पहनकर पूजा करनी चाहिए।
तीसरे दिन: नवरात्रि के तीसरे दिन मां दुर्गा के चंद्रघंटा स्वरूप की पूजा की जाती है, और इस दिन पूजा करते समय भूरे रंग के वस्त्र पहनने की मान्यता हैं। माना जाता है कि माता के पसंद के रंग का वस्त्र पहनने से मां चंद्रघंटा प्रसन्न होती हैं।
चौथे दिन: नवरात्रि के चौथे दिन दुर्गा मां के कुष्मांडा स्वरूप की पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि इस दिन पूजा के दौरान भक्तों को नारंगी रंग के कपड़े पहनने चाहिए।
पांचवें दिन: नवरात्रि के पांचवा दिन मां स्कंदमाता को समर्पित है, कहा जाता है कि मां स्कंदमाता को सफेद रंग प्रिय है। इसलिए इस दिन सफेद रंग के कपड़े पहनकर मां की पूजा-अर्चना करनी चाहिए। इससे घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है।
छठे दिन: नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा-अर्चना की जाती है। शास्त्रों के मुताबिक मां कात्यायनी को लाल रंग बेहद प्रिय है। इसलिए छठे दिन पूजा करते समय भक्तगण को लाल रंग के वस्त्र में पूजा करनी चाहिए।
सातवें दिन: नवरात्रि का सातवें दिन मां कालरात्रि को समर्पित है, मां कालरात्रि का प्रिय रंग नीला है। इसलिए इस दिन पूजा-अर्चना करते समय मां कालरात्रि को प्रसन्न करने के लिए भक्तों को नीले रंग के कपड़े पहनकर मां की अराधना करनी चाहिए।
आठवें दिन: नवरात्रि के आठवें दिन मां दुर्गा के महागौरी स्वरूप की पूजा होती है। मां महागौरी को गुलाबी रंग अतिप्रिय है, इसलिए आठवे दिन पूजन करते समय भक्तों को गुलाबी रंग के कपड़े पहनने चाहिए।
नौवें दिन: समापन के दिन यानी नवमी के दिन नवरात्रि के नौवें और अंतिम दिन मां दुर्गा के सिद्धिदात्री स्वरूप की पूजा-अर्चना की जाती है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक इस दिन जामुनी रंग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है।
नवरात्रि के दिन पूजा करते हुए काले कपड़े भूलकर भी नहीं पहननें चाहिए, क्योंकि धार्मिक मान्यताओं की माने तो मां दुर्गा को काला रंग पसंद नहीं है और काले रंग के वस्त्रों से वे क्रोधित हो जाते हैं, ऐसे में मां दुर्गा की पूजा के दौरान काले कपड़े पहनने से हमेशा बचें और कोशिश करें कि नवरात्रि के इन नौ दिनों में मां की पूजा में हरा, लाल, केसरिया, पीला या आसमानी, स्लेटी रंग के वस्त्र ही धारण करें।