Nautapa Dates In 2020: हर साल ज्येष्ठ माह में नौतपा आता है। जो इस बार 25 मई से शुरू होकर 2 जून तक रहेगा। इस दौरान भयंकर गर्मी पड़ती है। रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करने के साथ इसका प्रारंभ हो जाता है। ज्योतिष अनुसार इस बार नौतपा में गर्मी कम पड़ने के आसार हैं और बारिश आंधी आने की अधिक संभावना है। इस वर्ष वक्री ग्रहों की स्थिति से बने संयोग प्राकृतिक आपदाओं के संकेत भी दे रहे हैं।
वैज्ञानिक मतानुसार नौतपा के दौरान सूर्य की किरणें सीधे पृथ्वी पर आती हैं, जिस कारण तापमान बढ़ता चला जाता है। ज्योतिष शास्त्र अनुसार रोहिणी नक्षत्र का अधिपति ग्रह चन्द्रमा और देवता ब्रह्मा हैं। सूर्य ताप तेज का प्रतीक है जबकि चन्द्र शीतलता का। सूर्य जब चन्द्र के नक्षत्र रोहिणी में प्रवेश करता है तो इससे उस नक्षत्र को अपने पूर्ण प्रभाव में ले लेता है। जिस कारण पृथ्वी को चंद्र से मिलने वाली शीतलता प्राप्त नहीं हो पाती। इस कारण इस दौरान पृथ्वी का ताप अधिक बढ़ जाता है। सूर्य रोहिणी नक्षत्र में 15 दिनों तक भ्रमण करता है लेकिन शास्त्रीय मान्यतानुसार प्रारंभ के नौ दिन ही नौतपा के तहत स्वीकार किए जाते हैं। सूर्य की गर्मी और रोहिणी के जल तत्व के कारण मानसून गर्भ में आ जाता है और नौतपा ही मानसून का गर्भकाल माना जाता है।
नवतपा के संबंध में कहा जाता है कि,
ज्येष्ठ मासे सीत पक्षे आर्द्रादि दशतारका।
सजला निर्जला ज्ञेया निर्जला सजलास्तथा।।
ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष में आद्रा नक्षत्र से लेकर दस नक्षत्रों तक यदि बारिश हो तो वर्षा ऋतु में इन दसों नक्षत्रों में वर्षा नहीं होती, यदि इन्हीं नक्षत्रों में तीव्र गर्मी पड़े तो वर्षा अच्छी होती है।
इस बार कैसा रहेगा मौसम: ज्योतिष अनुसार ग्रहों की स्थितियों को देखकर इस बार संकेत मिल रहे हैं कि गर्मी कम पड़ेगी। पश्चिम राज्यों महाराष्ट्र और गुजरात में समुद्र तटीय शहरों पर अधिक खतरा रहेगा। अम्फान और कोरोना महामारी के मामले और अधिक परेशान कर सकते हैं। इस बार वक्री ग्रह होने की वजह से कहीं-कहीं बादल फटने के समाचार भी मिलेंगे। कहीं वर्षा से जन-धन की हानि के योग भी बन रहे हैं।

