Sudden Unnatural Deaths in Astrology: मृत्यु एक सार्वभौमिक सत्य है। इस जीवित संसार में जन्म लेने वालों को एक दिन मरना ही है। लेकिन कई लोगों की अस्वाभाविक मृत्यु हो जाती है, व्यक्ति इस बात से चिंतित होता है कि उसका सबकुछ पीछे छूट जाएगा; लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हस्तरेखा शास्त्र में अस्वाभाविक मृत्यु होने के अनेक योग बताए गए हैं। रेखाओं, नक्षत्रों और विभिन्न संकेतों चिन्हों के माध्यम से यह पता लगाया जा सकता है कि व्यक्ति की मृत्यु (Mrityu Yog in kundli) कैसी होगी।

हथेली में जीवन रेखा से व्यक्ति की उम्र का पता लगाया जाता है और इस रेखा पर बने चिन्ह आदि मृत्यु और अन्य घटनाओं-दुर्घटनाओं की जानकारी देते हैं। अप्राकृतिक या अस्वाभाविक मृत्यु के योग (How to predict the type of death) का अध्ययन करते समय कुछ महत्वपूर्ण बिन्दुओं को ध्यान में रखना चाहिए। हस्तरेखा शास्त्रियों ने कई संयोजनों का भी उल्लेख किया है, जो व्यक्ति की अप्राकृतिक मृत्यु की घटना को इंगित करता है। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ योग-

अचानक से टूटी हुई जीवन रेखा

यदि जीवन रेखा अचानक से टूट गई हो या जीवन रेखा के आरंभ में तारे का निशान हो या जीवन रेखा बालों की तरह पतली हो तो यह व्यक्ति की आकस्मिक मृत्यु का संकेत (Karma and Death from Vedic Astrology) देती है। जीवन रेखा पर धब्बे वाली पीले रंग की जीवन रेखा हानिकारक सिद्ध होती है क्योंकि ऐसे व्यक्ति की प्राय: अप्राकृतिक मृत्यु होती है।

त्रिभुज के निशान

जीवन रेखा अपने मूल स्थान से प्रारंभ होकर कलाई के दूसरे भाग या चंद्र पर्वत पर त्रिकोण को छूती हुई, चंद्र पर्वत पर एक से अधिक धब्बे या चंद्र रेखा पर त्रिभुज अस्वभाविक मृत्यु योग को दर्शाता है। इसके अलावा जीवन रेखा (Life Line) का गुच्छेदार प्रारंभ, जीवन रेखा पर त्रिभुज का निशान, छोटी जीवन रेखा आदि अस्वभाविक योग के लिए अनुकूल स्थितियां मानी जाती हैं।

बुध पर्वत पर क्रॉस का निशान

इनके अतिरिक्त कुछ गौण किन्तु महत्वपूर्ण संयोग भी होते हैं, जो व्यक्ति की अप्राकृतिक मृत्यु की ओर संकेत करते हैं। अपोलो की उंगली के तीसरे भाग पर तारे का निशान, टूटी हुई स्वास्थ्य रेखा, बुध पर्वत पर क्रॉस, जंजीर या टूटी जीवन रेखा और स्वास्थ्य रेखा और स्वास्थ्य रेखा पर दो त्रिकोण की उपस्थिति असामान्य या व्यक्ति की आकस्मिक मृत्यु का कारण बनती है।