Manglik Dosha ke Upay: हिंदू ज्योतिष में मंगल ग्रह को साहस, एनर्जी और जुनून का प्रतीक माना गया है। लेकिन जब ये ग्रह कुंडली के कुछ खास घरों में स्थित होता है, तो यह मांगलिक दोष बनाता है। इसे ‘मंगल दोष’ भी कहा जाता है और इसका सीधा असर शादी, सेहत और करियर जैसी चीजों पर पड़ता है। इसलिए इसे गंभीरता से लेना जरूरी होता है। ज्योतिष में मंगल दोष के असर को कम करने के लिए और इसके निवारण के लिए कई उपाय बताए गए हैं। मान्यता है कि ये उपाय मंगल की एनर्जी पॉजिटिव बनाए रखने में मदद करता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि किन सरल उपायों से आप इस दोष के प्रभाव को कम कर सकते हैं।

क्या है मांगलिक दोष और ये कैसे बनता है?

जब कुंडली में मंगल ग्रह पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें घर में होता है, तो उसे मांगलिक दोष कहा जाता है। बता दें कि सातवां घर विवाह का घर होता है। ऐसे में जब मंगल इनमें से किसी भी भाव में होता है, तो इससे व्यक्ति की शादीशुदा जिंदगी में कई तरह की चुनौतियां आ सकती हैं। इसके साथ ही इससे हेल्थ या करियर में परेशानियां आ सकती हैं।

अगर मंगल उपरोक्त भावों में अपनी पूरी शक्ति के साथ मौजूद हो और उस पर किसी शुभ ग्रह की दृष्टि न हो, तो व्यक्ति घोर मांगलिक कहलाता है। अगर किसी व्यक्ति की लग्न और चंद्र कुंडली दोनों में मांगलिक दोष हो, तब भी उसे घोर मांगलिक माना जाता है। वहीं, अगर मंगल पर शुक्र या बृहस्पति की दृष्टि हो, या मंगल शुभ योग में हो, तो व्यक्ति आंशिक मांगलिक होता है। अगर लग्न कुंडली में दोष हो लेकिन चंद्र कुंडली में न हो, तब भी ये आंशिक ही माना जाता है।

मंगल दोष के लक्षण

  • जिसकी कुंडली में मंगल दोष होता है, तो उसके विवाह में कई तरह की परेशानियां आने लगती हैं। इसके अलावा विवाह में देरी होना, शादी टूटना, जीवनसाथी के साथ मनमुटाव होने लगते हैं।
  • जिसकी कुंडली में मंगल दोष होता है, तो उसका स्वभाव गुस्सैल, क्रोधिक और अहंकारी हो जाता है।
  • मंगल दोष होने पर ससुराल पक्ष से रिश्ते खराब होने लगते हैं और हमेशा लड़ाई-झगड़े होते रहते हैं।
  • मंगल दोष होने पर व्यक्ति को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है। साथ ही, इससे जमीन-जायदाद से जुड़ी समस्याएं भी होने लगती हैं।

रोजाना करें ये उपाय

हनुमान जी की पूजा

मंगल को शांत करने के लिए हनुमान जी की पूजा सबसे असरदार मानी जाती है। मांगलिक लोगों को हर रोज हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। इसके लिए एक शांत जगह पर बैठें, देसी घी का दीपक जलाएं और हनुमान जी के सामने कम से कम 3 बार हनुमान चालीसा पढ़ें। इससे गुस्सा और तनाव कम होता है और मानसिक शांति मिलती है।

मंगल मंत्र का जाप करें – ‘ॐ अं अंगारकाय नमः’

स्कंद पुराण में बताया गया है कि इस मंत्र का जाप मंगल दोष को कम करता है। हर सुबह सूर्योदय के समय लाल चंदन की माला से इस मंत्र का 108 बार जाप करें। इससे आत्मविश्वास बढ़ता है और जीवन में स्थिरता आती है।

लाल रंग की चीजों का करें इस्तेमाल

मंगल ग्रह लाल रंग से जुड़ा होता है। इसलिए लाल कपड़े पहनना, लाल रुमाल रखना और भगवान को लाल फूल जैसे गुलाब या गुड़हल चढ़ाना शुभ होता है। साथ ही, इससे मंगल की ऊर्जा सकारात्मक होती है।

गुड़ और गेहूं का दान करें

मंगल दोष को शांत करने के लिए दान करना जरूरी होता है। मांगलिक व्यक्ति हर मंगलवार को कम से कम 250 ग्राम गुड़ और 250 ग्राम गेहूं किसी जरूरतमंद को दें या मंदिर में चढ़ाएं। इससे धन से जुड़ी परेशानियां भी दूर होती हैं।

मंगल यंत्र की पूजा करें

नारद पुराण के अनुसार मंगल यंत्र की पूजा भी एक प्रभावी उपाय है। इस यंत्र को अपने पूजा स्थान पर रखें, रोज सुबह साफ करें, लाल फूल और लाल चंदन चढ़ाएं और मंगल मंत्र का जाप करें। इससे वैवाहिक जीवन में संतुलन और शांति आती है।

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