Parivartan Yog: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रह राशि परिवर्तन करते कई तरह के शुभ और अशुभ योगों का निर्माण करते हैं। इन्हीं राजयोगों में से एक है परिवर्तन राजयोग। जब कुंडली में अनुकूल भावों का संबंध अन्य अनुकूल भावों से होता है, तो इस शक्तिशाली राजयोग का निर्माण होता है। ऐसे ही गुरु और मंगल के भावों ने मिलकर इस राजयोग का निर्माण किया है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहों के सेनापति मंगल 27 दिसंबर को रात 11 बजकर 40 मिनट पर धनु राशि में गोचर कर रहे हैं। बता दें कि धनु राशि के स्वामी गुरु है। इसके साथ ही मंगल मकर राशि के बारहवें भाव में गोचर कर रहे हैं और गुरु इस राशि में वक्री अवस्था में चौथे भाव में विराजमान है। ऐसे में मंगल और गुरु मित्र ग्रह है जिसके कारण परिवर्तन योग का निर्माण हो रहा है। मकर राशि में बनने वाले परिवर्तन योग का असर हर राशि के जातकों के जीवन में किसी न किसी तरह से अवश्य पड़ेगा। जानें परिवर्तन योग बनने से किन राशियों की चमकेगी किस्मत…
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, परिवर्तन राजयोग का निर्माण तक होता है, जब ग्रहों के स्वामी भाव का सयुंक्त रूप से आदान-प्रदान होता है। दोनों ग्रह एक-दूसरे के भावों को अपने पास बुलाते हैं। ऐसा होने से केवल राशियों का आदान-प्रदान नहीं होता है। बल्कि ऊर्जा, प्रकृति और शक्ति का भी आदान-प्रदान होता है। परिवर्तन योग को सकारात्मक योगों में से एक माना जाता है।
कर्क राशि (Kark Zodiac)
परिवर्तन योग बनने से इस राशि के जातकों को भी विशेष लाभ मिल सकता है। सेहत अच्छी रहेंगे। इस राशि में मंगल छठे भाव में बैठे हुए है, जिसके स्वामी गुरु है। वहीं मंगल के स्वामी भाव दसवें में गुरु वक्री अवस्था में मौजूद है। ऐसे में इस राशि के जातकों को भी लाभ ही लाभ मिल सकता है। कार्यक्षेत्र में कु बदलावों का सामना करना पड़ सकता है। नई नौकरी बदलने के चांसेस काफी अधिक है। आपकी कोई इच्छा पूरी हो सकती है। विदेश में पढ़ाई करने की इच्छा पूरी हो सकती है। इसके अलावा विदेश या फिर लंबी दूरी की यात्रा कर सकते हैं।
मकर राशि ( Makar Zodiac)
परिवर्तन योग मकर राशि के जातकों के लिए काफी लाभकारी सिद्ध हो सकता है, क्योंकि इस योग के बनने से बारहवें और चौथे भाव में लाभ मिलेगा। ऐसे में जातक हर प्रतियोगिता में सफलता हासिल होगी। विदेश जाने का मौका मिल सकता है। विदेश में प्रॉपर्टी बनाने की इच्छा पूरी होगी। गुरु वक्री अवस्था चौथे भाव में भी लाभ प्रदान करेंगे। भाई-बहन के साथ रिश्ते अच्छे होंगे। रिश्तों में आई खटास समाप्त हो सकती है। इसके साथ ही आत्मविश्वास, साहस की वृद्धि होगी। विदेश में संपत्ति या फिर वाहन खरीदने की चाहत पूरी होगी। लेकिन इससे आपका अधिक खर्च भी हो सकता है।
कुंभ राशि (Kumbh Zodiac)
इस राशि में मंगल तीसरे भाव के स्वामी है और वह ग्यारहवें भाव में गोचर किया है। इसके साथ ही गुरु की बात करें, तो वह ग्यारहवें भाव के स्वामी है और तीसरे भाव में वक्री हो रहे हैं। ऐसे में परिवर्तन योग इस राशि के जातकों की किस्मत को भी जाग सकता है। भौतिक सुख की प्राप्ति हो सकती है। शारीरिक समस्याओं से निजात मिल सकती है। अपने सपनों और लक्ष्यों को पाने में सक्षम हो सकते है। आपको आपकी कड़ी मेहनत का फल मिलेगा। इस राशि के जातको मनचाही पदोन्नति या वेतन वृद्धि मिल सकती है। आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकती है। परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा।
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