Makar Sankranti 2023 Date: दिसंबर बस कुछ ही दिन दूर है और उसके बाद ही नए साल 2023 यानी जनवरी की शुरुआत होगी और इसी महीने में मकर संक्रांति भी आएगी । वहीं अगर हिंदू कैलेंडर की बात करें तो पौष माह में शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को मकर संक्रांति (Makar Sankrant 2023) का पर्व मनाया जाता है। मकर संक्रांति पर्व के बाद से इसे हिंदू धर्म में साल का पहला त्योहार माना जाता है। हालांकि मकर संक्रांति को देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है।
इस दिन ग्रहों के राजा सूर्य धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करते हैं। इसलिए इसे मकर संक्रांत कहा जाता है। मकर संक्रांति को लोहड़ी, उत्तरायण, खिचड़ी, टिहरी, पोंगल (Pongal 2023) आदि नामों से भी जाना जाता है। इस दिन स्नान, दान और तिल खाने की परंपरा है।
मकर संक्रांति तिथि को लेकर असमंजस
साल 2023 में मकर संक्रांति की तारीख को लेकर लोग असमंजस में हैं। कुछ विद्वानों के अनुसार मकर संक्रांति 2023 में 14 जनवरी को मनाई जाएगी, जबकि अन्य के अनुसार मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी। आइए जानते हैं कि सटीक तारीख कौन सी है-
मकर संक्रांति तिथि और शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार 2023 में मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी रविवार को मनाया जाएगा। मकर संक्रांति पुण्यकाल मुहूर्त 07:15 से 12:30 तक और महा पुण्यकाल मुहूर्त 07:15 से 09:15 तक रहेगा। क्योंकि इस बार शनिवार 14 जनवरी को 08:21 बजे धनु राशि से निकलकर सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेगा और सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने पर ही संक्रांति मनाई जाती है।
मकर संक्रांति पर दान
मकर संक्रांति को स्नान और दान का पर्व भी कहा जाता है। इस दिन तीर्थों और पवित्र नदियों में स्नान का विशेष महत्व है साथ ही तिल, गुड़, खिचड़ी, फल का दान करने से भी राशि के अनुसार पुण्य मिलता है। यह भी माना जाता है कि इस दिन किए गए दान से सूर्य देव प्रसन्न होते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस अवसर पर दिया गया दान सौ गुना बढ़कर फल देता है। इस दिन शुद्ध घी और कंबल का दान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
मकर संक्रांति पर खिचड़ी का धार्मिक महत्व
मकर संक्रांति के दिन मान्यता है कि इस दिन सूर्य देव अपने पुत्र शनि के घर जाते हैं। ज्योतिष शास्त्र में उड़द की दाल को शनिदेव से जोड़ा गया है। ऐसे में इस दिन उड़द दाल की खिचड़ी खाकर दान करने से सूर्य देव और शनि देव की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही चावल को चंद्रमा, नमक को शुक्र, हल्दी को बृहस्पति, हरी सब्जियों को बुध माना जाता है। वहीं मंगल का संबंध गर्मी से है। इसलिए मकर संक्रांति पर खिचड़ी खाने से कुंडली में सभी तरह के ग्रहों की स्थिति में सुधार होता है।