मकर संक्रांति का पर्व पूरे भारत मे धूमधाम से मनाया जाता है। इस पार मकर संक्रांति का त्योहार 14 जनवरी को मनाया जाएगा। क्योंकि इसी दिन सूर्य मकर राशि में गोचर कर रहे हैं। साथ ही मान्यता है इसी दिन सूर्य उत्तरायण से दक्षिणायन भी होते हैं। मकर संक्रांति को लेकर कई श्रद्धालुओं के बीच संशय की स्थिति है। आमतौर पर मकर संक्राति 14 जनवरी को मनाई जाती है। हालांकि, इस बार मकर संक्रांति का पुण्यकाल 14 जनवरी दोपहर दो बजकर 28 मिनट से शुरू हो रहा है। ऐसे में उदयातिथि से मानने वाले श्रद्धालु 15 जनवरी को पर्व मनाएंगे।
पौराणिक ग्रंथों के अनुसार इसी दिन भगवान सूर्य अपने पुत्र शनि देव से मिलने उनके घर गए थे और फिर सूर्य देव का शनि देव ने काले तिल भेंट करके स्वागत किया था और सूर्य भगवान ने शनि देव को आशीर्वाद दिया था। इसीलिए इस दिन शनि देव की पूजा करना भी शुभ फलदायी होता है। ज्योतिष में इस दिन कुछ कामों को वर्जित किया गया है। आइए जानते हैं इस दिन कौन से कार्यों को करने से करें परहेज करना चाहिए-
मकर संक्रांति पर इन कार्यों से परहेज करना चाहिए:
– यह प्रकृति का त्योहार है और हरियाली का उत्सव है इसलिए इस दिन फसल नहीं काटना चाहिए।
– इस दिन घर के अंदर या बाहर किसी भी पेड़ की कटाई या छंटाई वगैरह नहीं किया जाना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है।
– मकर संक्रांति के दिन घर के द्वार पर आए किसी भी गरीब या बुजुर्ग को खाली हाथ नहीं लौटाएं।
– ऐसी मान्यता है कि इस दिन बासी खाना नहीं खाना चाहिए। कई जगहों पर इस दिन खिचड़ी या दही-चिवड़े का सेवन करने की परंपरा है।
– कहा जाता है कि मकर संक्रांति का पर्व सादगी के साथ मनाना चाहिए। इसलिए इस दिन लहसुन, प्याज और मांस का सेवन नहीं करना चाहिए।
शनि दोष मुक्ति के लिए करें ये उपाय: मकर संक्रांति को स्नान के बाद जल में काले तिल मिलाकर सूर्य देव को अर्पित करें। इसके बाद शनि देव की पूजा करते हुए काले तिल अर्पित करें। पूजा के बाद गरीब, जरूरतमंद लोगों को सरसों का तेल, काला तिल, तिल के लड्डू, गरम वस्त्र आदि दान करें। इससे शनि देव प्रसन्न होंगे और आपको आशीर्वाद प्रदान करेंगे।