हस्तरेखा शास्त्र अनुसार हाथ की रेखाओं और निशानों को देखर किसी भी व्यक्ति के नेचर और भविष्य को जाना जा सकता है। आपको बता दें कि हाथ में कई पर्वत और रेखाएं होती हैं। जिसमें से गुरु पर्वत का विशेष रोल होता है। जिससे व्यक्ति की शिक्षा, उसकी भगवान में रूचि और जीवन के बारे में बहुत कुछ पता लगाया जा सकता है। वहीं यहां हम आपको बताने जा रहे हैं हाथ में कौन सी रेखाएं और चिह्न होते हैं, जो व्यक्ति को धर्माचार्य और ज्योतिषाचार्य बनाते हैं।

ऐसे लोग बनते हैं बड़े धर्माचार्य

हस्तरेखा शास्त्र अनुसार यदि किसी व्यक्ति की हथेली में तर्जनी उंगली अनामिका से लंबी हो। साथ ही गुरु पर्वत पूर्ण रूप से विकसित हो और उस पर क्रॉस का निशान हो तो ऐसा व्यक्ति पुरोहित या बड़ा धर्माचार्य होता है। ये लोग सामाजिक भी होते हैं। साथ ही ये लोग देश- विदेश में खूब ख्याति प्राप्त करते हैं। इनका स्वभाव भी खुशमिजाज होता है। साथ ही ये लोग संबंधों को खूब तबज्जो देते हैं।

होते हैं उपदेशक

वहीं गुरु पर्वत पूर्ण रूप से विकसित हो और सूर्य रेखा बहुत अधिक विकसित हो तो व्यक्ति प्रसिद्ध उपदेशक होता है। ऐसे लोगों के चेहरे पर सूर्य समान तेज होता है। साथ ही ये लोग समाज में खूब मान- सम्मान पाते हैं। इन लोगों की भगवान में पूर्ण श्रद्धा होती है। साथ ही ये लोग देश- विदेश की खूब यात्रा करते हैं। इनका व्यक्तित्व भी आकर्षक होता है। साथ ही इनका कम्यूनिकेशन स्किल बहुत स्ट्रॉग होता है।

होते हैं बड़े ज्योतिषाचार्य

हस्तरेखा शास्त्र अनुसार यदि आपके हाथ में गुरु पर्वत पूर्ण रूप से विकसित हो साथ ही इस पर्वत पर एक रेखा हो तो ऐसे लोगों के अंदर काफी ऊर्जा होती है। साथ ही धर्म के कार्य में धन भी समय- समय पर खर्च करते रहते हैं। ऐसे लोगों को कई बार भविष्‍य में होने वाली घटनाओं का भी पूर्वाभास हो जाता है। ये लोग ज्योतिषाचार्य हो सकते हैं। साथ ही इनकी गूढ़ विषयों में गहरी रूचि होती है। ये लोग समज में अपनी अलग पहचान बनाते हैं। ये लोग लोकप्रिय भी होते हैं। साथ ही इसकी धर्म में विशेष रूचि होती है। ये लोग कम समय में अच्छा नाम कमा लेते हैं।