बुध ग्रह का अशुभ प्रभाव बहुत ही कष्ट देने वाला होता है। इसलिए लाल किताब के अनुसार कुंडली के प्रत्येक भाव में बुध ग्रह का प्रभाव भिन्न-भिन्न रूप से पड़ता है और कुंडली के 12 खानों (भाव) का संबंध व्यक्ति के जीवन के सभी महत्वपूर्ण पक्षों से होता है। लाल किताब में बुध ग्रह को हरे रंग का ग्रह बताया गया है। इस अशुभ प्रभाव का असर मानिसक रूप से पड़ने लगता है।
जिस भी किसी जातक का बुध कमजोर होता है, उसके साथ व्यापार, नौकरी में परेशानी के साथ आर्थिक संकट जैसी समस्याएं बढ़ने लगती हैं। कुंडली में यदि केतु और मंगल के साथ उसके घर में बुध ग्रह बैठा हो है तो जातक को हर कार्य में मंदी का सामना करना पड़ सकता है। यदि ये ग्रह बुध के शत्रु हैं तो बुध का कमजोर होना तय है। इसके अलावा बुध यदि जातक के आठवें भाव में शनि औ चंद्र के साथ उसके घर में बैठा है तो जातक को जेल या पागल खाने ही नहीं अस्पताल में भी पहुंचा सकता है।
इसके साथ ही शारीरिक समस्याओं की बात करें तो जातक के दांत में दिक्कत आने लगती है। बुध ग्रह कमजोर होने के साथ व्यक्ति के नाक पर प्रभाव पड़ता है, माना जाता है कि जातक की सूंघने की शक्ति कमजोर होने लगती है। साथ ही सगे-संबंधियों ही नहीं मित्रों के साथ भी संबंध गड़बड़ होने लगते हैं। ऐसे में बहुत जरूरी है कि आप बुध ग्रह को मजबूत बनाने के उपायों को जरूर जानें, इससे जीवन में आ रही तमाम समस्याओं से छूटकरा मिल सकता है।
लाल किताब के अनुसार बुध ग्रह शांति के उपाय
ज्योतिष शास्त्र में लाल किताब के उपाय को बेहद महत्वपूर्ण माना गया है, कहा जाता है कि लाल किताब में टोटके जातकों के लिए बहुत ही लाभकारी और सरल होते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि किसी जातक का बुध कमज़ोर हो तो उसे पन्ना रत्न धारण करना चाहिए। यदि जातक रत्न को ख़रीद पाने में समर्थ न हो तो उसे विधारा मूल को पहनना चाहिए। इसके अलावा बुध ग्रह से संबंधित लाल किताब के उपाय निम्नलिखित हैंः
ज्योतिष में लाल किताब के उपाय के अनुसार बुध ग्रह जिनका कमजोर हो उन्हें चार मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए। इसके साथ ही कमजोर बुध ग्रह वाले जातकों को शराब, मांस, अंडा से परहेज़ करना चाहिए।
जिन जातकों का बुध ग्रह कमजोर हो उन्हें रात को सिरहाने पानी रखकर उसे सुबह पीपल में चढ़ा देना चाहिए। यदि बुध ग्रह नीच स्थान पर हो और बहुत ही बुरे प्रभाव दे रहा हो तो आपको इस दिन हरे वस्त्र का दान करने के साथ भगवान गणपति को हरी दूब चढ़ाना चाहिए।
लाल किताब के अनुसार कमजोर बुध वाले जातकों को भेड़, बकरी और तोता न पालने की सलाह दी जाती है। इसके साथ ही जातकों को मूंग दाल को रात में भिगोकर सुबह जानवरों को खिलाना चाहिए। साथ ही चावल या दूध, किसी मंदिर अथवा धार्मिक स्थल पर दान करना चाहिए। नियमित रूप से कौवे को भोजन खिलाएं।
यदि कुंडली में बुध ग्रह कमजोर हो या किसी शत्रु ग्रह के साथ उसके घर में बैठ हो तो आपको अपनी बेटी, बहन, बुआ और साली से हर संभव अच्छे संबंध बना कर चलने होंगे क्योंकि ये खुश रहेंगी तो आपके जीवन के संकट कम हो सकेंगे।