हिंदू धर्म में भगवान कुबेर को धन का देवता माना जाता है और कुबेर जी की पूजा- अर्चना हर मांगलिक और धार्मिक कार्य में की जाती है। वहीं शास्त्रों के अनुसार जिस घर में कुबरे जी की नित्य पूजा होती है। वहां मां लक्ष्मी हमेशा विराजमान रहतीं हैं और उस घर में सुख- समृद्धि का वास रहता है। भगवान कुबेर को भी देवी लक्ष्मी का भाई माना जाता है। क्योंकि वह देवताओं के धन-संपत्ति के खजांची हैं और उसकी रक्षा की जिम्मेदारी उन पर है। इसके अलावा वह धन-संपत्ति का वरदान देने वाले भी हैं यहां हम आपको कुबेर जी के 3 मंत्रों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका रोज जाप करने से आपकी दरिद्रता दूर होने लगेगी और आपके घर में धन का वास बढ़ जाएगा। आइए जानते हैं इन मंत्रों के बारे में…

इस मंत्र के जाप से आर्थिक तंगी होगी दूर:

मंत्र: ऊं यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये

धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥

यह भगवान कुबेर का सबसे प्रिय मंत्र है। कहते हैं 35 अक्षरों वाला इस मंत्र का जाप लगातार तीन महीने तक करने से मनुष्य को किसी भी तरह के धन-धान्य की कमी नहीं होती। साथ ही उसके जीवन में सुख- समृद्धि का वास रहता है। वहीं उसके ऊपर मां लक्ष्मी का आशीर्वाद हमेशा बना रहता है।

इस मंत्र के जाप से धन- वैभव की होगी प्राप्ति:

मंत्र: ऊं ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः॥

सरा मंत्र माता लक्ष्मी और कुबेर देवता का माना जाता है। इस मंत्र के जाप से धन- वैभव की प्राप्ति होती है और धन आगमन के मार्ग खुलते हैं। साथ ही समाज में मान- सम्मान और प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है। विशेष लाभ पाने के लिए इस मंत्र की साधना शुक्रवार की रात को करनी चाहिए।

इस मंत्र के जाप से सभी भौतिक सुख की होती है प्राप्ति:

 मंत्र: ऊं श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः॥

इस मंत्र के नियमित जाप से आपको सभी भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। साथ ही धन के भंडार भरे रहते हैं। साथ ही इस मंत्र के जाप से कुबेर जी की हमेशा कृपा बनी रहती है।