हिंदू धर्म में सूर्य देव का विशेष महत्व है। सूर्य देव को संसार में ऊर्जा का स्रोत माना गया है। कई सारे लोग श्री सूर्य देव की पूजा भी करते हैं। श्री सूर्य देव पूजन के ढेरों लाभ बताए गए हैं। इसके लिए जरूरी है कि हम सही पूजा विधि का पालन करें। इससे पहले हम बता दें कि सूर्य पूजन से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मकता का संचार होता है। व्यक्ति को इससे ऊर्जा की प्राप्ति होती है। सूर्य देव की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में व्याप्त निराशा दूर होती है और वह अपनी जिंदगी में नई सफलताएं हासिल करता है। चलिए विस्तार से जानते हैं कि श्री सूर्य देव पूजन की क्या विधि है और इसके लिए किस तरह की सामग्री की जरूरत पड़ती है।
सामग्री: श्री सूर्य देव के पूजन के लिए कुमकुम या लाल चंदन, लाल फूल, चावल, दीपक, तांबे की थाली और तांबे के लोटे की आवश्यकता होती है।
विधि: उगते हुए सूर्य की किरणें प्रत्यक्ष रूप से पड़ती हैं। ऐसे में श्री सूर्य देव के पूजन के लिए जरूरत होती है आसान की। आसान लगाकर बैठकर पूजन करना सही विधि मानी जाती है।
पूजन विधि: श्री सूर्य देव के पूजन के लिए तांबे की थाली और लोटे की जरूरत होती है। इसके लिए लाल चंदन और लाल फूल रखने चाहिए। इसके अलावा साथ में एक दिया भी रखें। इसके बाद लोटे में जल लेकर उसमें लाल रंग के चंदन का पाउडर मिला लें। इसके साथ ही लोटे में फूल भी डाल दें। अब दीपक और लोटे को थाली में रख लें। इसके बाद ‘ऊँ सूर्याय नमः’ का जाप करें। अब सूर्य देवता को लोटे का चल चढ़ाएं। अंत में भगवान सूर्य को प्रमाण करें।