Khatu Shyam Mandir: कलयुग में भगवान श्री कृष्ण का अवतार राजस्थान के सीकर में स्थिति खाटू श्याम मंदिर को माना जाता है। मान्यता है कि इस मंदिर में पूरी श्रद्धा के साथ अपनी इच्छा कहने से वह अवश्य पूरी होती है। इसी के कारण रोजाना यहां पर हजारों भक्त पहुंचते हैं। अगर दिवाली से पहले आप भी खाटू श्याम मंदिर जाने की सोच रहे हैं, तो बता दें कि अक्टूबर में दो दिन कपाट बंद रहने वाले हैं। दरअसल, दरअसल, खाटू श्याम मंदिर के कपाट भक्तों के लिए 24 अक्टूबर की रात से लेकर 25 अक्टूबर की शाम तक बंद रहेंगे। इसके बाद ही कपाट खुलेंगे। इस बात की जानकारी श्री श्याम मंदिर कमेटी ने दी है।
खाटू श्याम मंदिर कमेटी ने क्या कहा?
श्री श्याम मंदिर कमेटी से सूचना देते हुए कहा कि सभी श्याम भक्तों को सूचित किया जाता है कि दीपावली पर्व के उपलक्ष्य में मंदिर में साफ सफाई की जाएगी। इस कारण 24 अक्टूबर की रात 10 बजे से 25 अक्टूबर को शाम 6 बजकर 15 मिनट तक श्री श्याम मंदिर खाटू श्याम जी के कपाट आम दर्शनार्थ बंद रहेंगे। इसलिए भक्तगण इस समय के उपरांत ही दर्शन हेतु पधारें। व्यवस्थाओं में अपना सहयोग प्रदान करें।

दिवाली पर सजेगा बाबा का दरबार
बता कें कि इस साल श्री खाटू श्याम जी का मंदिर फूलों से सजाया जाएगा। इस बार मंडप की विशेष थीम होगी। इसके अलावा धनतेरस और भाई दूज में भी बाबा का विशेष श्रृंगार किया जाएगा। इस साल दिवाली पर भक्तों की भारी भीड़ होगी। इसलिए मंदिर कमेटी ने पहले से तैयारियां शुरू कर दी है।
कौन है खाटू श्याम जी?
मान्यताओं के अनुसार, बाबा खाटू श्याम जी को पांडुपुत्र भीम के पोता माना जाता है। इसके अलावा खाटू श्याम जी श्री कृष्ण के परम भक्त थे। उनकी भक्ति से प्रसन्न होकर श्रीकृष्ण ने उन्हें कलयुग में अपने नाम से पूजने का वरदान दिया था। इसी के कारण उन्हें कान्हा के रूप में पूजा जाता है।