वास्तु शास्त्र में सभी चीजों को रखने की विशेष जगह और उसका महत्व बताया गया है। शास्त्र के अनुसार हर चीज में ऊर्जा मौजूद होती है, जो व्यक्ति पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ही तरह के प्रभाव डालती है। अगर घर में वास्तुदोष हैं, तो आपके बनते-बनते काम भी बिगड़ने लगते हैं। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे की घर में बनें मंदिर में कौन-सी चीजें रखने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और मंदिर रखने की कौन-सी दिशा सही होती है?
वास्तुशास्त्र के अनुसार घर में मंदिर की सही दिशा ईशान कोण यानी उत्तर पूर्वी दिशा सबसे अच्छी मानी गई है। मान्यता है कि अगर आप इस दिशा में मंदिर रखते हैं तो इससे घर में सुख, शांति और समृद्धि का वास होता है। वहीं, भूलकर भी दक्षिण दिशा में मंदिर नहीं रखना चाहिए। क्योंकि, ऐसा करने से धन की क्षति होने के साथ-साथ नकारात्मक ऊर्जा आती है।
मंदिर में रखें ये चीजें:
पूजा स्थल के पास बैठकर लोग भगवान से प्रार्थना करते हुए अपने सारे दुख भूल जाते हैं। ऐसे में अगर आप अपने घर में बनें मंदिर में यह चीजें रखते हैं, तो इससे मां लक्ष्मी की कृपा आपके घर पर हमेशा बनी रहती हैं।
मोर का पंख: भगवान श्रीकृष्ण को मोर पंख काफी पसंद है। उनके मुकुट में हमेशा मोर पंख लगा रहता है। ऐसे में पूजा स्थल में मोर पंख रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है। साथ ही यह मान्यता है कि अगर आप घर में अलग-अलग जगह पर मोर का पंख लगाते हैं, तो इससे छिपकलियां नहीं आती।
शंख: शंख को नियमित तौर पर बजाने से घर के साथ-साथ आस-पास के इलाके में भी सकारात्मकता आती है। ऐसे में घर में शंख जरूर रखना चाहिए। इससे घर में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है।
गंगाजल: हिंदू धर्म में गंगाजल का विशेष महत्व है। गंगा जी का जल कभी खराब नहीं होता और यह बेहद ही पवित्र होता है। ऐसे में घर में बनें मंदिर में गंगाजल जरूर रखना चाहिए, इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न रहती हैं। आप चाहें तो चांदी या पीतल के बर्तन में गंगाजल भरकर रख सकते हैं।
शालिग्राम: शालिग्राम भगवान विष्णु का रूप माना जाता है। ऐसे में पूजा स्थल में शामिलग्राम रखना बेहद ही होता है। इससे माता लक्ष्मी तो प्रसन्न होती ही हैं, साथ ही भगवान विष्णु का भी आशीर्वाद मिलता है।