Karwa (Karva) Chauth 2024 Moonrise Time in India Today, Chand Nikalne Ka Samay Today Updates in Hindi: करवा चौथ का त्योहार पूरे देश में धूमधाम के साथ मनाया गया। यह दिन खासकर सुहागिन महिलाओं के लिए है, जो अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। हर साल यह पर्व कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को आता है। इस दिन महिलाएं भगवान शिव, माता पार्वती, कार्तिकेय, भगवान गणेश और चंद्रमा की पूजा करती हैं। करवा चौथ पर महिलाएं अपने पतियों के लिए सुख-समृद्धि और स्वास्थ्य की कामना करती हैं। आइए जानते हैं करवा चौथ का शुभ मुहूर्त, पूजन सामग्री, चंद्रोदय का समय सहित अन्य जरूरी जानकारी।
करवा चौथ का व्रत खोलने के बाद सुहागिन महिलाएं सात्विक भोजन जैसे नींबू पानी, जूस, नारियल पानी, छाछ, खजूर, अंजीर, बादाम, खीर, हलवा, पूरी, गुड़ का चूरमा आदि का सेवन कर सकती हैं।
राजधानी दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद और मेरठ समेत देशभर में चांद का निकल चुका है। इसके साथ ही सुहागिन महिलाओं ने विधि-विधान के साथ व्रत खोल लिया है।
गुवाहाटी में भी चांद नजर आ गया है। सुहागिन महिलाएं दिनभर के उपवास के अब चांद के दीदार के बाद खोलेंगी।
शिमला, हिमाचल प्रदेश में चांद निकल गया है। सुहागिनों ने चांद निकलने के बाद अपना व्रत खोला।
बता दें कि अयोध्या में करवा चौथ का चांद नजर आ चुका है। वहीं, अब दिल्ली-एनसीआर में भी कुछ ही देर में चांद का दीदार होने वाला है।
बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में मौसम साफ है और कुछ ही मिनटों में चांद का दीदार हो सकता है। दिल्ली-एनसीआर में चांद रात 07 बजकर 53 मिनट पर निकलेगा।
दिल्ली – रात 07 बजकर 53 मिनट पर
नोएडा – रात 07 बजकर 52 मिनट पर
मुंबई – रात 08 बजकर 36 मिनट पर
कोलकाता – रात 07 बजकर 22 मिनट पर
चंडीगढ़ – रात 07 बजकर 48 मिनट पर
पंजाब – रात 07 बजकर 48 मिनट पर
जम्मू – रात 07 बजकर 52 मिनट पर
लुधियाना – रात 07 बजकर 52 मिनट पर
देहरादून – रात 07 बजकर 24 मिनट पर
शिमला – रात 07 बजकर 47 मिनट पर
पटना – रात 07 बजकर 29 मिनट पर
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Karwa (Karva) Chauth 2024 Moonrise Time: करवा चौथ आज, आपके शहर में कब होगा चांद के दीदार? जानें समय
ओम् जय करवा मैया, माता जय करवा मैया
जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया
ओम् जय करवा मैया
सब जग की हो माता, तुम हो रुद्राणी
यश तुम्हारा गावत, जग के सब प्राणी
ओम् जय करवा मैया।
कार्तिक कृष्ण चतुर्थी, जो नारी व्रत करती
दीर्घायु पति होवे, दुख सारे हरती..
ओम् जय करवा मैया
होए सुहागिन नारी, सुख संपत्ति पावे
गणपति जी बड़े दयालु, विघ्न सभी नाशे
ओम् जय करवा मैया
करवा मैया की आरती, व्रत कर जो गावे
व्रत हो जाता पूरन, सब विधि सुख पावे
ओम् जय करवा मैया
करवा चौथ पर कई शुभ संयोग बना है, जो कुछ राशियों की किस्मत चमका सकता है। पूरी खबर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक को क्लिक करें।
करवा चौथ की थाली में मिट्टी या आटे से बना दीपक, सिंदूर, पानी का लोटा, छलनी, मिट्टी के 5 डेलिया, कांस की तीलियां और मिठाई रखें।
करवा चौथ पर चांद शाम 7 बजकर 54 मिनट पर निकलेगा। हालांकि शहर के हिसाब से समय आगे पीछे हो सकता है।
चंद्रोदय के बाद मां गौरी और भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करें। उसके बाद छलनी में दीपक रखकर अपने पति का चेहरा देखें फिर हुए चंद्र देव को अर्घ्य दें। उसके बाद पति का तिलक करें, मिठाई खिलाएं, पानी पिलाएं फिर आरती करें। आखिरी में अपने पति के हाथों से पानी पीते हुए व्रत तोड़ें।
लखनऊ - रात 07 बजकर 44
वाराणसी - रात 07 बजकर 39
आगरा - रात 07 बजकर 55
मेरठ - रात 07 बजकर 51
इलाहबाद - रात 07 बजकर 43
दिल्ली में 07 बजकर 53 मिनट पर और नोएडा 07 बजकर 52 मिनट पर पर चांद दिखेगा।
श्रीगणेश का मंत्र – ॐ गणेशाय नमः
शिव का मंत्र – ॐ नमः शिवाय
पार्वतीजी का मंत्र – ॐ शिवायै नमः
स्वामी कार्तिकेय का मंत्र – ॐ षण्मुखाय नमः
चंद्रमा का पूजन मंत्र – ॐ सोमाय नमः
मम सुख सौभाग्य पुत्र-पौत्रादि सुस्थिर श्री प्राप्तये करक चतुर्थी व्रतमहं करिष्ये।
नमस्त्यै शिवायै शर्वाण्यै सौभाग्यं संतति शुभा। प्रयच्छ भक्तियुक्तानां नारीणां हरवल्लभे।
करवा चौथ पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 05:46 से 07:02 तक रहेगा। इसके साथ ही व्रत सुबह 06:25 से रात 07:55 तक रहेगा।
अगर आप भी करवा चौथ का व्रत रखें हैं तो चंद्रोदय होने के बाद चंद्रमा को सबसे पहले प्रणाम करें। उसके बाद चांद को चंदन, अक्षत, फूल और रोली अर्पित करें। फिर मिट्टी या तांबे के करवे में जल से अर्ध्य दें।
ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया।
जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया।। ओम जय करवा मैया।
सब जग की हो माता, तुम हो रुद्राणी।
यश तुम्हारा गावत, जग के सब प्राणी।।
कार्तिक कृष्ण चतुर्थी, जो नारी व्रत करती।
दीर्घायु पति होवे , दुख सारे हरती।।
ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया।
जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया।।
होए सुहागिन नारी, सुख संपत्ति पावे।
गणपति जी बड़े दयालु, विघ्न सभी नाशे।।
ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया।
जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया।।
करवा मैया की आरती, व्रत कर जो गावे।
व्रत हो जाता पूरन, सब विधि सुख पावे।।
ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया।
जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया।।
करवा चौथ के खास मौके पर आज हम आपके लिए कुछ बेहतरीन शुभकामना संदेश लेकर आए हैं, जिसको आप अपनों को भेज सकते हैं।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, एक नगर में एक साहूकार रहता था। उसकी एक बेटी थी, जिसका नाम करवा था। साहूकार ने धूमधाम से करवा की शादी कर उसे ससुराल भेज दिया। करवा के चार भाई थे जो उससे बेहद प्यार करते थे। एक बार करवा चौथ का दिन आया और करवा अपने मायके आई हुई थी। उसकी भाभियों ने भी करवा चौथ का व्रत रखा था और करवा ने भी। बता दें कि इस व्रत में महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं और रात के समय चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत तोड़ती हैं। करवा ने भी व्रत रखा था लेकिन शाम होते-होते भूख और प्यास से वह बहुत व्याकुल हो उठी।
उसके भाइयों से बहन की यह हालत देखी नहीं जा रही थी। सबसे छोटे भाई को अपनी बहन की तकलीफ बर्दाश्त नहीं हुई। उसने एक तरकीब सोची। वह पीपल के पेड़ पर चढ़ा और वहां एक दीपक जलाकर चलनी के पीछे रख दिया, ताकि वह दूर से देखने पर चांद जैसा लगे। फिर उसने अपनी बहन से कहा, 'देखो चांद निकल आया है, अब तुम अर्घ्य देकर खाना खा लो।'करवा को अपने भाई पर पूरा भरोसा था। उसने तुरंत चांद को देखा, उसे अर्घ्य दिया और खाना खा लिया। लेकिन जैसे ही उसने खाना खाया, उसके पति की तबीयत अचानक बिगड़ गई।
संपूर्ण करवा चौथ व्रत कथा पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
ॐ द्युतिलकाय नमः
ॐ द्विजराजाय नमः
ॐ ग्रहाधिपाय नमः
ॐ ग्रसितार्काय नमः
ॐ ग्रहमंडलमध्यस्थाय नमः
ॐ मेरुगोत्रप्रदक्षिणाय नमः
ॐ दांताय नमः
ॐ महेश्वरप्रियाय नमः
ॐ वसुसमृद्धिदाय नमः
ॐ विवस्वन्मंडलाग्नेयवासाय नमः
ॐ दिव्यवाहनाय नमः
ॐ चतुराय नमः
ॐ चतुरश्रासनारूढाय नमः
ॐ अव्ययाय नमः
ॐ कर्कटप्रभुवे नमः
ॐ करुणारससंपूर्णाय नमः
ॐ अत्यंतविनयाय नमः
ॐ आत्रेयगोत्रजाय नमः
ॐ नयनाब्जसमुद्भवाय नमः
ॐ कुंदपुष्पोज्वलाकाराय नमः
ॐ धनुर्धराय नमः
ॐ दंडपाणये नमः
ॐ दशाश्वरथसंरूढाय नमः
ॐ श्वॆतगंधानुलेपनाय नमः
ॐ श्वेतमाल्यांबरधराय नमः
ॐ सितभूषणाय नमः
ॐ सितांगाय नमः
ॐ सितच्छत्रध्वजोपेताय नमः
ॐ सनकादिमुनिस्तुताय नमः
ॐ सर्वज्ञाय नमः
ॐ सर्वागमज्ञाय नमः
ॐ साधुवंदिताय नमः
ॐ स्ॐयजनकाय नमः
ॐ सकलार्तिहराय नमः
ॐ भुवनप्रतिपालकाय नमः
ॐ भव्याय नमः
ॐ भूच्छायाच्छादिताय नमः
ॐ निरामयाय नमः
ॐ निर्विकाराय नमः
ॐ निराहाराय नमः
ॐ निस्सपत्नाय नमः
ॐ जगदानंदकारणाय नमः
ॐ जगत्प्रकाशकिरणाय नमः
ॐ भवबंधविमोचनाय नमः
ॐ भक्तिगम्याय नमः
ॐ भायांतकृते नमः
ॐ सागरोद्भवाय नमः
ॐ सर्वरक्षकाय नमः
ॐ सामगानप्रियाय नमः
करवा चौथ का व्रत हर सुहागिन महिलाओं के लिए खास महत्व रखता है। इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं। हालांकि कुछ महिलाओं को यह व्रत नहीं रखना चाहिए।
Karwa Chauth 2024: करवा चौथ का व्रत बिल्कुल न रखें ये 4 औरतें, वरना हो सकता है भयंकर नुकसान
द्रिक पंचांग के अनुसार, करवा चौथ व्रत के दिन चंद्रोदय शाम 7 बजकर 55 मिनट पर होगा।
Karwa (Karva) Chauth 2024 Moonrise Time: करवा चौथ आज, आपके शहर में कब होगा चांद के दीदार? जानें समय
आज 20 अक्टूबर को देशभर में करवा चौथ का व्रत मनाया जा रहा है। इस खास मौके पर सुहागिन स्त्रियां अपने पति की लंबी आयु और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। सुहागिन महिलाओं को करवा चौथ व्रत के दिन कुछ जरूरी बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए।
दिल्ली - रात 07 बजकर 53 मिनट पर
नोएडा - रात 07 बजकर 52 मिनट पर
मुंबई - रात 08 बजकर 36 मिनट पर
कोलकाता - रात 07 बजकर 22 मिनट पर
चंडीगढ़ - रात 07 बजकर 48 मिनट पर
पंजाब - रात 07 बजकर 48 मिनट पर
जम्मू - रात 07 बजकर 52 मिनट पर
लुधियाना - रात 07 बजकर 52 मिनट पर
देहरादून - रात 07 बजकर 24 मिनट पर
शिमला - रात 07 बजकर 47 मिनट पर
पटना - रात 07 बजकर 29 मिनट पर
अन्य शहरों का जानने के लिए यहां क्लिक करें - Karwa (Karva) Chauth 2024 Moonrise Time: करवा चौथ आज, आपके शहर में कब होगा चांद के दीदार? जानें समय
अलता, सिंदूर, मेहंदी, बिंदिया, काजल, कंघा, बिछिया, मंगलसूत्र, चूड़ी, गजरा, मांग टीका, कमर बंद, कानों के झुमके आदि रख सकते हैं।
मिट्टी, पीतल या तांबे का करवा, करवा चौथ की सामग्री रखने के लिए थाली, करवा ढकने के लिए ढक्कन या कटोरी, करवा चौथ की थाली, करवा व्रत कथा की पुस्तक, 5 या 7 सींक, फूल, कच्चा दूध, माला, छलनी, पान, कलश, चंदन, हल्दी, चावल, मिठाई, कच्चा दूध, दही, देसी घी, शहद, पिसी हुई चीनी, रोली, कुमकुम, मौली, अक्षत, आठ पूरियों की अठावरी, बिछिया या पायल, आटा की लोई, थोड़े चावल, घी का दीपक, अगरबत्ती या धूपबत्ती।
अगर आप भी इस बार करवा चौथ का व्रत रख रही हैं तो चांद को अर्घ्य देते समय बाल दें ये 3 बातें। मान्यता है कि इसके बिना अर्घ्य अधूरा रह जाता है।
करवा चौथ का दिन काफी शुभ योग बन रहे हैं। ऐसे में कुछ राशि के जातकों को विशेष लाभ मिल सकता है।
साल आप भी करवा चौथ का व्रत रख रही है, तो पूरी पूजा सामग्री जान लें, जिससे कि बाद में पूजा करते समय किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़ें।
पूरी खबर के लिए क्लिक- करवा चौथ सामग्री