Jyotish Remedies for Mental Peace: ज्योतिष शास्त्र में मानसिक अशांति का कारक राहु को माना जाता है। कहते हैं कि कुंडली में राहु के दोष यानी काल सर्प दोष की वजह से भी व्यक्ति का मन विचलित रह सकता है। कई विद्वानों का मानना है कि कुंडली में चंद्रमा उच्च स्थिति में ना होने पर भी मानसिक अशांति का सामना करना पड़ सकता है। बताया जाता है कि मानसिक अशांति से निजात पाने के लिए ज्योतिष शास्त्र के उपायों का सहारा लिया जा सकता है।
चांदी की चेन में एक मून स्टोन को चांदी में मढ़वाकर सोमवार के दिन दूध से साफकर पहनें।
सोमवार की सुबह स्नान कर साफ-सफेद कपड़े पहनकर सफेद रंग के आसन पर बैठें और ‘ऊं चन्द्रशेखराय नमः’ का 11 माला जाप करें।
एक लौटे में जल लें। उसमें दूध की कुछ बूंदें मिलाकर भगवान शिव को श्रद्धा सहित अर्पित करें।
सोमवार को भगवान शिव को खीर का भोग लगाकर, गरीबों को खीर का प्रसाद बांटें।
रोज शिव मंदिर जाकर ‘ऊं नमो भगवते सोमनाथाय’ का 108 बार जाप करें।
प्रयास करें कि खट्टा और तेज मसालों वाला खाना ना खाएं।
दक्षिण दिशा की ओर पैर करके ना सोएं। कोशिश करें कि दक्षिण दिशा की ओर मुख कर पूजा भी ना करें।
सोमवार को शिवलिंग के सामने बैठकर ‘ऊं नमः शिवाय’ का जाप करें।
हर पूर्णिमा और सोमवार के दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
सोमवार की शाम को चंद्रमा की प्रतिमा बनाकर उनके समक्ष दीपक जलाकर उनकी पूजन करें।
काले कुत्ते को रोटी खिलाएं। कोशिश करें कि सोमवार की शाम सफेद रंग का कपड़ा गरीब और जरूरतमंदों को दान करें।
शिवलिंग पर रोज सुबह धीरे-धीरे बूंद-बूंद कर दूध अर्पित करें। साथ ही भगवान शिव के रूप का ध्यान करें।
नहाने के पानी में बेलपत्र डालकर उससे नहाएं। नहाते समय अपने सिर पर पानी की धार गिराएं, रोजाना नहाते समय एक मिनट ऐसा करें।
जिस व्यक्ति को बहुत अधिक मानसिक तनाव रहता है उनकी कलाई पर सफेद धागा बांधें। उनके कमरे में कपूर रखें। साथ ही कोशिश करें कि उनके आसपास ज्यादा डार्क कलर ना रहें। मानसिक अशांति दूर रखने के लिए सफेद और बादामी रंग के कपड़े पहनें।