Guru Vakri 2023: वैदिक ज्योतिष शास्त्र में गुरु बृहस्पति का विशेष महत्व है। इस ग्रह को देवताओं का गुरु माना जाता है। गुरु बृहस्पति को ज्ञान, बुद्धि, धर्म, शिक्षा, संतान, पति, समृद्धि आदि का कारक माना जाता है। ऐसे में जब गुरु की स्थिति में परिवर्तन होता है, तो इसका असर मेष से लेकर मीन राशि के जातकों के जीवन पर पड़ता है। बता दें कि गुरु को एक राशि से दूसरी राशि में जाने में करीब 13 माह का समय लगता है। ऐसे में दूसरे ग्रह और नक्षत्र के साथ युति करने के साथ अपनी गति में परिवर्तन करता है। इस समय गुरु बृहस्पति मेष राशि में विराजमान है।
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, 22 अप्रैल 2023 को गुरु मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश कर गए है। इसके साथ ही आने वाली 4 सितंबर को शाम 4 बजकर 58 मिनट पर गुरु मेष राशि में वक्री हो रहे हैं। इसके बाद 31 दिसंबर को मार्गी हो जाएंगे। गुरु के वक्री होने यानी उल्टी चाल से चलने से कई राशियों को लाभ मिलेगा, तो कई राशियां ऐसी भी है जिन्हें थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत है।
वृषभ राशि
इस राशि में गुरु बारहवें भाव में वक्री होंगे। इस राशि के स्वामी शुक्र है। शुक्र और गुरु के बीच शत्रुता का भाव है। ऐसे में गुरु का वक्री होना इस राशि के जातकों के लिए अच्छा साबित नहीं होगा। कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। परिवार संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती है। अगर कोई संपत्ति, घर या फिर वाहन खरीदने का विचार कर रहे हैं, तो फिलहाल इसे टाल ही दें, तो बेहतर होगा।
मिथुन राशि
बृहस्पति मेष राशि में वक्री होकर इस राशि में ग्यारहवें भाव में होंगे। ऐसे में इस राशि के जातकों को बिजनेस में घाटा हो सकता है। इसलिए किसी भी प्रकार का निर्णय या निवेश करने से पहले सोचे जरूर। इसके साथ ही कार्यक्षेत्र में थोड़ा संभलकर रहें, क्योंकि आपकी किसी सहकर्मी से एक गलतफहमी के कारण काफी बहस हो सकती है।
कन्या राशि
इस राशि में गुरु वक्री होकर आठवें भाव में रहेंगे। ऐसे में इस राशि के जातकों के लिए गुरु की स्थिति में बदलाव अच्छा साबित नहीं होगा। बिजनेस में हानि का सामना करना पड़ सकता है। परिवार और निजी जीवन पर थोड़ा ध्यान देने की जरूरत है, वरना बाद में पछताने के अलावा कुछ नहीं बचेगा। वैवाहिक जीवन में भी थोड़ी सी परेशानियां आ सकती है।
वृश्चिक राशि
इस राशि में बृहस्पति मेष राशि में वक्री होकर छठे भाव में होंगे। ऐसे में इस राशि के जातकों की निजी जीवन में परेशानियों के साथ-साथ मतभेदों का सामना करना पड़ सकता है। कोशिश करें कि बेकार में किसी बात में बहस न करें। इससे आपके जीवन में ही मुश्किलें बढ़ सकती है। परिवार में किसी को कुछ भला-बुरा न कहें और ही किसी का अनादर करें।
डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।