जया किशोरी (Jaya Kishori) देश-विदेश में अपने भजनों और भागवत कथा के लिए चर्चित हैं। उनके हजारों फॉलोअर हैं। सोशल मीडिया पर भी उन्हें खूब पसंद किया जाता है। वह अक्सर सोशल मीडिया पर लाइव आकर अपने प्रशंसकों के तमाम सवालों का जवाब देती हैं। 13 जुलाई 1995 को जन्मीं जया किशोरी का परिवार मूल रूप से राजस्थान का रहने वाला है, लेकिन अब वे कोलकाता में शिफ्ट हो गए हैं।
भागवत कथा और भजनों के प्रति जया किशोरी के रुझान की कहानी भी दिलचस्प है। एक इंटरव्यू में जया किशोरी बताती हैं कि उन्होंने शुरुआत नृत्य से की थी, लेकिन भजनों की तरफ उनका रुझान तब भी था। वे कहती हैं कि मेरी भगवान के प्रति रुचि थी और मेरे घर में ऐसा ही माहौल था। हर हफ्ते भजन गाए जाते थे और हर दिन हनुमान चालीसा का पाठ होता था। मुझे बचपन की चीजें याद थीं और भजन याद हो गए थे।
दादा कथा सुन रोते थे: जया किशोरी कहती हैं कि मैंने बचपन से ही भजन गाना शुरू कर दिया था और जब भी 11-12 साल की उम्र की थी तब पहली कथा कही थी। वे कहती हैं कि मेरे पिता और दादा जी स्वामी रामसुखदास की कथा सुनते थे और रोने लगते थे, तो मुझे अटपटा लगता था। मैंने एक बार उनसे पूछा कि आप यह क्या सुनते हैं और रोते हैं तो उन्होंने मुझे भी सुनाया और इसके बाद मेरे मन से आवाज निकली कि मुझे भी यही करना है।
बेतहाशा बढ़ गया था वजन: जया किशोरी कहती हैं कि कथा तैयार करने में मुझे एक से डेढ़ साल का वक्त लग गया, इसके बाद मेरा सफर शुरू हुआ। वे कहती हैं कि उनकी दिलचस्पी हेल्थ से रिलेटेड काउंसलिंग में भी है। इसी इंटरव्यू में वे बताती हैं कि जब उन्होंने भजन गायन की शुरुआत की थी, उसके कुछ समय बाद उनका वजन बहुत बढ़ गया था और वजन कम करने में बहुत मुश्किलें हुईं। और मशक्कत का सामना करना पड़ा।
आपको बता दें कि अब जया किशोरी एक कथा के करीब 10 लाख रुपये तक लेती हैं और वह सामाजिक कार्यों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती हैं। अपनी कमाई का बड़ा हिस्सा दिव्यांगों की मदद और आर्थिक रूप से कमजोर बच्चियों की पढ़ाई में लगाती हैं। उनसे अक्सर उनकी शादी को लेकर भी सवाल किया जाता है, जिसके जवाब में वे कहती हैं कि वह शादी जरूर करेंगी, क्योंकि वे कोई साध्वी नहीं हैं। लेकिन इसके लिए उचित समय का इंतजार कर रही हैं।

