जन्माष्टमी भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव का त्योहार है। इस दिन कन्हैया के भक्त उन्हें प्रसन्न करने के लिए विभिन्न प्रकार के पकवान बनाते हैं। कुछ लोग तो भगवान के 56 भोग का भी प्रबंध करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जन्माष्टमी के दिन श्री कृष्ण को कुछ विशेष पकवानों का ही भोग लगाया जाता। जानिए माखनचोर कृष्ण कन्हैया के पसंदीदा भोग और उन्हें तैयार करने की विधि।

1 – माखन मिश्री: माखन-मिश्री का भोग भगवान श्री कृष्ण को सबसे अधिक प्रिय है। यह भोग बनाना बहुत आसान है। आजकल बाजार में सफेद मक्खन उपलब्ध है। आप चाहें तो सफेद मक्खन में मिश्री मिलाकर उसका भोग भगवान श्री कृष्ण को लगा सकते हैं। लेकिन अगर आप बाजार के मक्खन का भोग के लिए इस्तेमाल नहीं करना चाहते हैं तो घर पर भी मक्खन बना सकते हैं। एक गहरे बर्तन में दही डालें। दही को तबतक फेटें जब तक मक्खन ऊपर ना आ जाए।

Janmashtami Prasad, Chhappan Bhog Importance:

2 – धनिया की पंजीरी: धनिया की पंजीरी जन्माष्टमी का मुख्य भोग है। व्रती भी जन्माष्टमी का व्रत धनिया का प्रसाद खाकर ही खोलते हैं। एक कढ़ाई में तीन-चार चम्मच घी डालकर उसमें 50 ग्राम पीसा हुआ धनिया डालें। इसे पांच मिनट धीमी आंच पर पकाएं। फिर एक बर्तन में यह मिश्रण निकाल लें। ठंडा होने पर इसमें 25 ग्राम चीनी, मेवे और पीसा हुआ इलायची पाउडर डालें। अच्छे से मिलाएं और भगवान कृष्ण को भोग लगाएं।

3 – आटे की पंजीरी: पंजीरी का भोग श्री कृष्ण को बहुत प्रिय है। तभी तो सत्यनारायण भगवान की कथा हो या जन्माष्टमी सब त्योहारों पर पंजीरी का भोग लगाया जाता है। पंजीरी बनाना बहुत आसान है। एक कड़ाई में एक-दो चम्मच घी डालकर जितने भी मेवे आप पंजीरी में डालना चाहते हैं वह सब भून लें। फिर मेवों को कढ़ाई से निकाल लें। उसी कड़ाई में घी डालकर आटा भून लें। ध्यान रहे कि आटे में इतना घी न मिलाएं कि वह पतला हो जाए। पंजीरी दरदरी होती है। आटा भूनने के बाद उसमें भूरा मिलाकर पांच मिनट के लिए क्या धीमी आंच पर पकाएं।

4- मखानों की खीर: मखानों की खीर को विशेष भोग माना जाता है। कन्हैया को इसका भोग पसंद है। मखाने की खीर बनाने के लिए एक-दो चम्मच घी में मखाने डालकर दो मिनट धीमी आंच पर भूनें। फिर उसमें दूध डाल दें। पांच-सात मिनट में मखाने पक कर मुलायम हो जाएंगे। फिर ठंडा होने पर मेवे डालकर भगवान को भोग लगाएं। ध्यान रहे कि इसमें मेवों को बारीक-बारीक काटकर डाला जाता है। वरना मुलायम मखानों के साथ मोटे-मोटे कटे हुए मेवे खीर का स्वाद खराब कर सकते हैं।

5 – पंचामृत : पंचामृत पांच चीजों से मिलाकर बनाया जाता है। एक बर्तन लें। उसमें एक गिलास दूध डालें। फिर तीन-चार चम्मच दही डालें। साथ ही चार से पांच चम्मच भूरा डालें। थोड़ा गंगाजल और शहद मिलाकर अच्छे से मिलाएं। इस मिश्रण को तब तक फेटें जब तक पंचामृत में दही पूरी तरह मिक्स न हो जाए। अच्छे से फेंटने के बाद भगवान श्री कृष्ण को इसका भोग लगाएं।