7 नवंबर को दिवाली है। इसे ध्यान में रखते हुए घरों की साफ-सफाई का कार्य प्रारंभ हो चुका है। दिवाली पर माता लक्ष्मी की पूजा-अर्चना की जाती है। ऐसी मान्यता है कि मां लक्ष्मी साफ-सुथरे घरों में वास करती हैं। मां लक्ष्मी को धन की देवी कहा जाता है। इनके घर में आने से परिवार की दरिद्रता दूर होने की मान्यता है। ऐसे में हम आपको बताते हैं कि वास्तु शास्त्र के हिसाब से त्योहार को ध्यान में रखकर घर की सफाई कैसे करनी चाहिए। वास्तु शास्त्र में घर के मुख्य द्वार को बहुत ही महत्वपूर्ण मानाा गया है। इसके मुताबिक मुख्य दरवाजे से ही खुशियों और समस्याओं का घर में आगमन होता है। इसलिए घर के मुख्य द्वार की सजावट ऐसी होनी चाहिए जिससे सिर्फ खुशियां ही घर में प्रवेश कर सकें।

वास्तु शास्त्र में कहा गया है कि घर के मुख्य दरवाजे पर भूलकर भी गंदगी नहीं फैलानी चाहिए। व्यक्ति को इस बात का हर संभव प्रयास करना चाहिए कि उसके घर का मुख्य दरवाजा साफ-सुथरा हो। साथ ही मुख्य दरवाजे पर पर्याप्त मात्रा में रोशनी की व्यवस्था होनी चाहिए। बता दें कि मुख्य दरवाजे पर नेम प्लेट लगाना भी काफी शुभ माना गया है। हालांकि इस बात का ध्यान रखने के लिए कहा गया है कि यह काले रंग का न हो।

घर के ड्राइंग रूम से परिवार में आनंद आने की बात कही गई है। माना जाता है कि यह घर का वह स्थान है जो परिवार के रिश्ते को मजबूत करता है। इसलिए ड्राइंग रूम को सदैव साफ रखने के लिए कहा गया है। साथ ही इस स्थान पर सुंगध की व्यवस्था करना अच्छा माना गया है। वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर की रसोई ऐसी होनी चाहिए जहां पर सूर्य की रोशनी प्रवेश कर सके। साथ ही पूजा के बाद रसोई घर में धूपबत्ती जरूर दिखाएं।