शिव जी को अत्यन्त कोमल हृदय बताया गया है। शिव बहुत ही दयालु हैं। कहा जाता है कि उनसे अपने भक्त का दुख-दर्द एक मिनट भी नहीं देखा जाता। और वह भक्त की मदद करने के लिए तुरंत आ जाते हैं। शिव यानी कि भगवान शंकर की गिनती उन देवताओं में होती है जो बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। माना जाता है कि सच्चे मन से शंकर की पूजा करने से मनोकामनाएं बहुत शीघ्र पूरा हो जाती हैं। इसी को देखते हुए शिव की एक लघु पूजा भी की जाती है। क्या आपको इस लघु पूजा के बारे में पता है? क्या आप जानते हैं कि सिर्फ पांच मिनट में शिव की लघु पूजा कैसे होती है? यदि नहीं तो चलिए इस बारे में मिनट-दर-मिनट जानते हैं।
पहला मिनट: भगवान शिव को साष्टांग प्रणाम करें। महिलाएं सिर्फ नमस्कार करें। प्रणाम करने के बाद भगवान से अपने कल्याण की प्रार्थना करें। इससे आपके चारों ओर सुरक्षा कवच तैयार हो जाता है जो कई विपत्तियों से रक्षा करता है।
दूसरा मिनट: धूप बत्ती जलाकर दोनों हाथों में लें। इसे लेकर शिवलिंग की कुल नौ बार परिक्रमा करें। इससे वैवाहिक और पारिवारिक जीवन बेहतर होता है।
तीसरा मिनट: तीसरे मिनट में शिवलिंग पर नौ बेलपत्र अर्पित करें। साथ ही हर बेलपत्र के साथ ‘ऊं नम: शिवाय’ का जाप करें। इससे संतान सुख मिलने की बात कही गई है।
चौथा मिनट: अब शिवलिंग पर पतली धारा बनाकर जल अर्पित करें। अर्पण के दौरान ‘ऊं नम: शिवाय’ का जाप करते रहें। ऐसा करने से जीवन में अन्न लाभ होता है।
पांचवां मिनट: पांचवे मिनट में एक थाली में कपूर जलाकर शिव जी की आरती करें। आरती के बाद यथाशक्ति दान करें। ऐसा करने से धनलाभ होने की बात कही गई है।


