हस्तरेखा शास्त्र (Hastrekha Shastra/Palmistry) में यह माना जाता है कि हाथ की रेखाओं से व्यक्ति के जीवन के बारे में काफी कुछ पता लगाया जा सकता है। कहते हैं कि हाथ की रेखाएं किसी भी व्यक्ति के जीवन के तमाम रहस्यों को बताने में सक्षम हैं। हाथ की लकीरों के माध्यम से व्यक्ति का भूतकाल, वर्तमान और भविष्य, तीनों के राज़ जानने का दावा किया जाता है। यह जीवन के सभी पहलुओं के बारे में बता सकता है।

कई माता-पिता अपने बच्चों की शादी को लेकर बहुत चिंतित रहते हैं। हाथ की रेखाओं से भी शादी के योग का अंदाजा लगाया जा सकता है। हस्तरेखा विज्ञान विशेषज्ञों के मुताबिक हाथों की लकीरों के माध्यम से यह आसानी से पता लगाया जा सकता है कि किस व्यक्ति की शादी किस उम्र में होगी। जानिए शादी को लेकर क्या कहते हैं हाथ की रेखाएं…

विवाह रेखा (Marriage Line) को समझने से पहले यह जानना जरूरी है कि हृदय रेखा (Hriday Rekha/Heart Line) कौन-सी होती है। हर व्यक्ति के हाथ में उंगलियों के निचले हिस्से पर एक रेखा होती है, जो सामान्य तौर पर ऊपर की ओर जाती है। इसे हृदय रेखा कहा जाता है।

विवाह रेखा हृदय रेखा और कनिष्ठा उंगली (Little Finger) के बीच में होती है। यह रेखा हथेली के पिछले छोर की ओर जाती हुई दिखती है। हृदय रेखा और कनिष्ठा उंगली के बीच जो सबसे स्पष्ट रेखा होती है, उसे ही विवाह रेखा मानते हैं। अगर तीन-चार विवाह रेखा हैं तो यह प्रेम संबंधों को जताती हैं।

अगर किसी के हाथ में विवाह रेखा हृदय रेखा के करीब है तो ऐसे व्यक्ति की शादी 25 साल की उम्र तक हो जाती है। विवाह रेखा कनिष्ठा उंगली के जितनी करीब होगी, शादी उतनी ही देर से होगी‌।

विवाह रेखा अगर कनिष्ठा उंगली और हृदय रेखा के बिल्कुल बीच में है तो शादी 30 से 32 साल की उम्र में होगी।

विवाह रेखा जितनी कनिष्ठा उंगली के पास होगी शादी उतनी ही देर से होगी‌। विवाह रेखा जितनी हृदय रेखा के पास होगी शादी उतनी ही जल्दी होगी।