हरतालिका तीज व्रत वाले दिन विधि विधान भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। माना जाता है कि इस व्रत को सबसे पहले माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में प्राप्त करने के लिए रखा था। जिसके लिए उन्होंने कठोर तपस्या की थी। भादो मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया को आने वाला ये व्रत निर्जला किया जाता है। इस दिन महिलाएं एक नई दुल्हन की तरह सजती संवरती है। और शाम के समय गौरी शंकर की पूजा करती हैं लेकिन इस व्रत का पारण अगले दिन किया जाता है। व्रत रखने वालों को माता पार्वती की इस आरती को जरूर करनी चाहिए…

Parvati Ji Ki Aarti: यहां पढ़े पार्वती माता की आरती लिरिक्स इन हिंदी

पार्वती माता की आरती (Parvati Ji Ki Aarti) 

जय पार्वती माता जय पार्वती माता
ब्रह्म सनातन देवी शुभ फल कदा दाता।
जय पार्वती माता जय पार्वती माता।

अरिकुल पद्मा विनासनी जय सेवक त्राता
जग जीवन जगदम्बा हरिहर गुण गाता।

हरतालिका तीज व्रत कथा विस्तार से यहां पढ़ें

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ॐ जय शिव ओंकारा…भगवान शंकर की आरती

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा…. गणपति की आरती

जय पार्वती माता जय पार्वती माता।
सिंह को वाहन साजे कुंडल है साथा

देव वधु जहं गावत नृत्य कर ताथा।
जय पार्वती माता जय पार्वती माता।

सतयुग शील सुसुन्दर नाम सती कहलाता
हेमांचल घर जन्मी सखियन रंगराता।

जय पार्वती माता जय पार्वती माता।
शुम्भ निशुम्भ विदारे हेमांचल स्याता

सहस भुजा तनु धरिके चक्र लियो हाथा।
जय पार्वती माता जय पार्वती माता।

सृष्ट‍ि रूप तुही जननी शिव संग रंगराता
नंदी भृंगी बीन लाही सारा मदमाता।

जय पार्वती माता जय पार्वती माता।
देवन अरज करत हम चित को लाता

गावत दे दे ताली मन में रंगराता।
जय पार्वती माता जय पार्वती माता।

श्री प्रताप आरती मैया की जो कोई गाता
सदा सुखी रहता सुख संपति पाता।
जय पार्वती माता मैया जय पार्वती माता।