Hari Chandan Lord Vidhu: हिंदू शास्त्रों के अनुसार, भगवान विष्णु को सृष्टि का पालनहार माना जाता है। उनकी आज्ञा के बिना एक पत्ता भी नहीं हिल सकता है। भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करने के व्यक्ति को हर तरह के कष्टों से छुटकारा मिल जाता है और सुख-समृद्धि की प्राप्ति हो सकती है। वैसे तो भगवान विष्णु की पूजा हर रोज कर सकते हैं, लेकिन गुरुवार का दिन भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन भगवान विष्णु की पूरे श्रद्धाभाव से पूजा करने से जीवन के हर कष्ट दूर हो जाते हैं। इसके साथ ही धन की कमी नहीं होती है। भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करने का विधान है। तुलसी के अलावा भगवान विष्णु को तिलक लगाना सबसे शुभ माना जाता है। भगवान विष्णु को पीले चंदन, लाल चंदन, केसर चंदन जैसे कई तरह के चंदन से तिलक लगाया है, लेकिन इनमें से सबसे ज्यादा शुभ हरि चंदन माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि भगवान विष्णु को नियमित रूप से हरि चंदन लगाने से वह जीवन में एक बार जरूर अपने गले लगाते हैं। जानिए घर में कैसे बनाएं हरि चंदन।

हरि चंदन भगवान कृष्ण को भी है अति प्रिय

हरि चंदन को भगवान विष्णु का चंदन कहा जाता है। इसे भगवान विष्णु को लगाने के साथ-साथ श्री कृष्ण को भी लगा सकते हैं। श्रीमद्भागवत के श्लोक ‘बर्हापीडं नटवरवपु’ में एक कहा गया है कि सर्वांगे हरि चन्दनं सुललितं कंठे च मुक्तावली। गोपस्त्रीपरिवेष्टितो विजयते गोपाल चूडामणि:॥

इस वाक्य का मतलब है कि हे हरि! आपके संपूर्ण देह पर हरि चंदन लगा हुआ है और सुंदर कंठ मुक्ताहार से विभूषित है।

घर में ऐसे बनाएं हरि चंदन

बाजार में हरि चंदन आराम से मिल जाता है, लेकिन इसे खुद श्रद्धाभाव के साथ बनाने से भगवान विष्णु अति प्रसन्न होते हैं। इसलिए हरि चंदन घर में ही आसानी से बना सकते हैं। हरि चंदन बनाने के लिए आपको तुलसी की सूखी लकड़ियां, कुमकुम, हल्दी और गंगाजल चाहिए।

हरि चंदन को घर में बनाने के लिए सबसे पहले सिलबट्टा या पीसने वाली कोई भारी चीज ले लें। इसके बाद हल्दी, कुमकुम में थोड़ा सा गंगाजल या फिर शुद्ध जल डालकर मिला लें। इसके बाद इसमें तुलसी की सूखी लकड़िया डालकर पी लें। तुलसी की लकड़ियां डालने मात्र से यह भगवान विष्णु का अति प्रिय हरि चंदन बनकर तैयार हो गया है।

हरि चंदन का तिलक लगाना लाभकारी

शास्त्रों के अनुसार, भगवान विष्णु को हरि चंदन का तिलक लगाने के बाद खुद के माथे में भी तिलक लगाएं। ऐसा करने से आपका मन-चित्त शांत रहेगा। इसके साथ ही व्यक्ति को हर क्षेत्र में सफलता मिलने के साथ मान-सम्मान की प्राप्ति हो सकती है। इसके साथ ही भगवान विष्णु की हमेशा कृपा बनी रहती है।