Haldi Ganth Ki Mala: कभी भी किसी भी व्यक्ति का समय एक जैसा नहीं रहता है। तभी अच्छा, तो कभी बहुत ही बुरा होता है। कई बार अधिक मेहनत करने के बाद भी सफलता हासिल नहीं होती है। कड़ी मेहनत करने के बावजूद इच्छा के अनुसार फल नहीं मिलता है। शास्त्रों के अनुसार, कई बार ऐसा कुंडली में ग्रहों की स्थिति खराब होने के कारण हो सकता है। ऐसे ही जब व्यक्ति की कुंडली में गुरु बृहस्पति की स्थिति खराब होती है, तो हल्दी की गांठ बांधना काफी लाभकारी सिद्ध हो सकता है। जानिए कैसे बांधे हल्दी की एक गांठ, साथ ही जानिए इसके लाभ।

हल्दी की गांठ की माला पहनने के लाभ (Benefits of Wearing Haldi Ganth Ki Mala)

  1. हल्दी की गांठ बांधने से व्यक्ति को कई तरह के रोगों से मुक्ति मिल जाती है। इसके साथ ही देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलता है।
  2. हल्दी की गांठ की माला पहनने से व्यक्ति को मानसिक तनाव से मुक्ति मिलती है। इसके साथ ही बुद्धि का विकास होता है। इसके साथ ही मन शांत रहता है।
  3. अगर अधिक मेहनत करने के बाद भी सफलता हासिल नहीं हो रही है, तो गुरुवार के दिन भगवान विष्णु के चरणों में हल्दी की गांठ का माला अर्पित करें। इसके बाद इसे पहन लें। ऐसा करने से आपको हर क्षेत्र में सफलता हासिल होगी।
  4. हल्दी का संबंध देवताओं के गुरु बृहस्पति से है। इसलिए इसे बांधने से कुंडली में गुरु की स्थिति मजबूत होती है।
  5. हल्दी की गांठ का माला पहनने से कुंडली में गुरु की स्थिति मजबूत होती है। जिसके कारण भाग्य का पूरा साथ मिलता है।
  6. जिन लोगों के विवाह में किसी न किसी तरह की अड़चन आ रही है, तो हल्दी की गांठ की माला धारण कर लें। ऐसा करने से गुरु बृहस्पति के आशीर्वाद से जल्द ही शादी हो जाएगी।
  7. हल्दी की गांठ की माला पहने से स्मरण शक्ति बढ़ने के साथ एकाग्रता तेजी से बढ़ती है।
  8. हल्दी की गांठ की माला पहनने समय गणेश जी के मंत्रों का जाप करें। इस माला को पहनने से भविष्य में आने वाले कई तरह के संकटों से छुटकारा मिल सकता है। इसके साथ ही दुर्घटना होने का खतरा काफी हद तक चल जाता है।
  9. लंबे समय से नौकरी ढूंढ रहे हैं। लेकिन मिल नहीं रही है, तो हल्दी की गांठ की माला पहन लें। इससे जल्द नई नौकरी मिल जाएगी। इसके साथ ही कार्यस्थल में होने वाली हर एक समस्या से छुटकारा मिलेगा।

कब और कहां बांधे हल्दी की गांठ (When And How To Wear Haldi Ganth Ki Mala)

गुरुवार के दिन हल्दी की गांठ की माला लेकर गले या फिर बाजू में बांध लें। माला पहनने से पहले गणेश जी या फिर विष्णु जी के मंत्रों का जाप करके अभिमंत्रित कर लें।

डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।