Guru Planet Vakri In Pisces : वैदिक ज्योतिष के मुताबिक हर ग्रह एक निश्चित समय अवधि पर एक राशि से दूसरी राशि में गोचर और वक्री होता है और वक्री होने का असर मानव जीवन और देश- दुनिया पर पूर्ण रूप से देखने को मिलता है। आपको बता दें कि गुरु ग्रह जुलाई को अपनी मीन राशि में वक्री हुए हैं। जहां वो 24 नवम्बर तक वक्री अवस्था में विराजमान रहेंगे। गुरु ग्रह के वक्री होने का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। लेकिन 3 राशियां ऐसीं हैं जिनको गुरु ग्रह के वक्री होने से केंद्र त्रिकोण राजयोग बन रहा है । आइए जानते हैं ये राशियां कौन सीं हैं…

वृष राशि: गुरु ग्रह का वक्री होना आप लोगों को लाभदायक साबित हो सकता है। क्योंकि गुरु ग्रह आपकी गोचर कुंडली से 11वें भाव में वक्री हुए हैं। जिसे वैदिक ज्योतिष में आय और लाभ का भाव माना गया है। इसलिए इस दौरान आपकी आय में अच्छी बढ़ोतरी होने की प्रबल संभावना है। साथ ही इस समय आप कई स्त्रोत से धन कमाने में सफल रहेंगे। वहीं कारोबार में अच्छा धनलाभ हो सकता है। कोई नई व्यावसायिक डील भी फाइनल होने से लाभ हो सकता है। आप लोग इस समय वाहन और प्रापर्टी खरीदने का मन बना सकते हैं। साथ ही गुरु ग्रह आपके 8वें भाव के स्वामी हैं। जिसको मृत्यु और गुप्त रोग का स्थान माना जाता है।  इसलिए इस समय आपको कोई रोग से मुक्ति मिल सकती है। साथ ही इस समय कोर्ट- कचहरी के मामले में विजय हासिल हो सकती है।

मिथुन राशि: गुरु बृहस्पति के मीन राशि में वक्री होने से आप लोगों को करियर और व्यापार में आशातीत सफलता मिल सकती है। क्योंकि गुरु बृहस्पति आपके दशम स्थान में वक्री हुए हैं। जिसे कारोबार और कार्यक्षेत्र का स्थान माना गया है। इसलिए इस समय आपको नई जॉब प्रस्ताव आ सकता है। साथ ही इस दौरान आपकी पदोन्नति हो सकती है। साथ ही इस दौरान आपको व्यापार में अच्छा धनलाभ होने की प्रबल संभावना है। साथ ही इस दौरान आपके नए व्यावसायिक संबंध बन सकते हैं और कारोबार का विस्तार हो सकता है। इस समय आपके वैवाहिक संबंध अच्छे हो सकते हैं। आप लोग एक पन्ना रत्न धारण कर सकते हैं। जो आपके लिए लकी स्टोन साबित हो सकता है।

कर्क राशि: गुरु बृहस्पति का वक्री होना आप लोगों को शुभ फलदायी साबित हो सकता है। क्योंकि गुरु बृहस्पति आपके नवम स्थान में वक्री हुए हैं। जिसे भाग्य और विदेश यात्रा का भाव माना जाता है। इसलिए इस समय दौरान आपको किस्मत का पूरा साथ मिलता दिख रहा है। साथ ही गुरु ग्रह के असर से आपके अटके हुए काम बनते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं इस दौरान आप व्यापर के संबंध से छोटी- बड़ी यात्रा भी कर सकते हैं, जो आपके लिए लाभकारी साबित हो सकती है।

वहीं जिन लोगों का व्यापार विदेश से संबंधित है उन लोगों को अच्छा मुनाफा होने के चांस हैं। वहीं गुरु बृहस्पति आपके छठे स्थान के स्वामी हैं, जिसे रोग, कोर्ट- कचहरी और शत्रु का स्थान माना गया है। इसलिए इस दौरान आपको कोर्ट- कचहरी के मामलों में सफलता मिल सकती है। आप लोग इस दौरान मोती और पुखराज रत्न पहन सकते हैं जो आपके लिए भाग्यशाली साबित हो सकता है।